खेती-किसानी के कार्य से जुड़ी महिलाओं के लिए नई योजना के लिए एक करोड़ का प्रावधान
खेती-किसानी के कार्य से जुड़ी महिलाओं के लिए नई योजना के लिए एक करोड़ का प्रावधान
संजय गुप्ता (मांडिल) ब्यूरो चीफ
मुरैना 23 अगस्त 07 । खेती किसानी के काम में लगी हुई महिलाओं को अब विशेष प्रशिक्षण देकर उन्हें उन्नत एवं आधुनिक खेती की जानकारी दी जायेगी। इसके लिए ग्यारहवीं पंचवर्षीय योजना से एक नई योजना कृषि में महिलाओं की भागीदारी शुरू की गई है। इसके लिए एक करोड़ रूपये का प्रावधान रखा गया है। इसमें महिलाओं को अन्य जिलों का भ्रमण, प्रशिक्षण आदि दिया जायेगा। महिला सशक्तिकरण की दिशा में यह एक महत्वपूर्ण योजना होगी क्योंकि प्रदेश में कृषि कार्य में 60 से 70 प्रतिशत तक महिलाये शामिल रहती हैं।
प्रदेश में कृषि कार्य में पुरूषों के साथ-साथ महिलाओं की भी भागीदारी होती है। लगभग 60 से 70 प्रतिशत महिलायें कृषि कार्य में परोक्ष या अपरोक्ष रूप से भागीदारी निभाती हैं। कृषक कल्याण विभाग द्वारा कृषि कार्य में जुटी महिलाओं को मुख्य धारा में लाने के लिये महिला केन्द्रित यह योजना क्रियान्वित की जा रही है। इसका उद्देश्य कृषि कार्य से जुड़ी महिलाओं की भागीदारी को तकनीकी स्वरूप प्रदान करना तथा उनके द्वारा किये जा रहे कार्यो में गुणवत्ता प्रबंधन भी सुनिश्चित करना है।
ग्यारहवीं पंचवर्षीय योजना की इस महत्वपूर्ण योजना में महिलाओं को कृषि कार्य में दक्ष बनाने के विशेष उपाय कृषक कल्याण एवं कृषि विकास विभाग द्वारा किये जायेगें। इसमें महिला कृषकों का सम्मेलन, महिला कृषकों को कृषि संबंधी आधुनिक यंत्रों सहित जैविक खेती आदि की जानकारी देना है। इसके लिए ग्राम स्तरीय प्रशिक्षण के अलावा महिला कृषकों को अन्तर जिला भ्रमण भी कराया जायेगा ताकि वे उन्नत कृषि का प्रत्यक्ष अवलोकन कर सकें। इससे जहां कृषि क्षेत्रों में विभिन्न फसलों की उत्पादकता एवं उत्पादन बढ़ाने में सहयोग मिलेगा वहीं दूसरी ओर उनकी आय में बढ़ोत्तरी होने से जीवन में भी सुधार होगा।
ग्यारहवीं पंचवर्षीय योजना की इस महत्वपूर्ण योजना के लिए कृषक कल्याण एवं कृषि विकास विभाग को एक करोड़ रूपये का प्रावधान किया गया है।
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