जलाभिषेक अभियान - रू. 1240 करोड़ के साढ़े तीन लाख से अधिक-कार्य संपन्न
जलाभिषेक अभियान - रू. 1240 करोड़ के साढ़े तीन लाख से अधिक-कार्य संपन्न
संजय गुप्ता (मांडिल) ब्यूरो चीफ
मुरैना 21 अगस्त 2007 । जलाभिषेक अभियान के तहत प्रदेश में अब तक 1240 करोड़ रूपये लागत के 3 लाख 61 हजार जल संरक्षण एवं जल संवर्ध्दन के कार्य किए गए हैं। इन कार्यों में 29 हजार 500 कुओं और नलकूपों का रिचार्ज तथा 10 हजार 35 नवीन कुओं का निर्माण, नदी-नालों पर 57 हजार 584 नाला बंधन व चेक डेम निर्माण, आठ हजार तालाब एवं परकोलेशन तालाब का निर्माण, लगभग 13 हजार 809 पुरानी जल संग्रहण संरचनाओं का जीर्णोध्दार और 62 हजार 185 खेत-तालाबों के निर्माण कार्य शामिल हैं। इन कार्यों के क्रियान्वयन पर 129 करोड़ रूपये के संसाधन जनसहभागिता से नियोजित किए गए हैं।
उल्लेखनीय है कि किसानों के खेतों के लिए पानी उपलब्घ कराने के उद्देश्य से 2 अप्रैल 2006 से प्रदेश में जलाभिषेक अभियान का क्रियान्वयन आरंभ किया गया है। अभियान के तहत नई जल संरक्षण संरचनाओं के निर्माण के साथ-साथ पुरानी जल संरक्षण संरचनाओं के जीर्णोंध्दार की आयोजना तैयार कर क्रियान्वयन किया जा रहा है। इन कार्यों में चेक डेम, तालाब परकोलेशन तालाब, कंटूर ट्रेंच, कुंआ रिचार्ज आदि प्रमुखता से लिए गए हैं।
'खेत का पानी खेत में' की अवधारणा को मूर्त रूप देने के लिए प्रदेश में खेत तालाब के निर्माण को प्रोत्साहित किया जा रहा है। इन कार्यों के क्रियान्वयन से वर्षा आधारित कृषि क्षेत्रों एवं सूखा प्रवण क्षेत्रों में विविध प्रयोजनों के लिए पानी की उपलब्धता सुनिश्चित हो रही है। कार्यों के क्रियान्वयन के लिए विभिन्न शासकीय विभागों की भूमि का निर्धारणकर इनकी योजनाओं से वित्तीय नियोजन किया गया है।
जनसहभागिता से भी कार्यों के क्रियान्वयन के लिए वित्तीय संसाधन जुटाये गए हैं। समुदाय को जलाभिषेक अभियान का नेतृत्व प्रदान करने के लिए प्रदेश में ग्राम स्तर पर 50 हजार ग्रामीण जलाभिषेक समितियों का गठन किया गया है।
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