सूचना प्रौद्योगिकी में निवेश की संभावना तलाशें : सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री श्री कैलाश विजयवर्गीय
सूचना प्रौद्योगिकी में निवेश की संभावना तलाशें : सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री श्री कैलाश विजयवर्गीय
मध्यप्रदेश शासन एवं नैसकॉम तथा सी.एस.आई. भोपाल चेप्टर के तत्वावधान में संयुक्त रूप से एक इंटरेक्टिव मीट का आयोजन आज यहां होटल नूर-उस-सभा में किया गया, जिसमें कि आई.टी.#बी.पी.ओ. में निवेश की संभावना को तलाशने के लिए चर्चा की गई। सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री श्री कैलाश विजयवर्गीय उद्धाटन समारोह के मुख्य अतिथि थे। डॉ. किरन कार्निक, अध्यक्ष, नैसकॉम तथा प्रतिष्ठित आई.टी. कम्पनियों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया जिनमें टी.सी.एस., माइक्रोसाफ्ट, एजीस, जेनर टेक्नोलॉजी, ऑटोडेस्क, अरेना मल्टीमीडिया एवं जैनपेक्ट आदि प्रमुख हैं। मुख्य चर्चा का विषय मध्यप्रदेश में निवेश की नई संभावनाओं को तलाशना, मानव संसाधनों की उपलब्धता तथा आई.टी. उद्योग के लिए आवश्यक अधोसंरचना था।
श्री कैलाश विजयवर्गीय ने मध्यप्रदेश में उपलब्ध मानव संसाधनों को रेखांकित करते हुए मध्यप्रदेश में उद्योग के विकास के लिए उपयुक्त वातावरण से अवगत कराया तथा शासन की ओर सभी प्रकार की आवश्यक सुविधाएं एवं निवेश के अवसर उपलब्ध कराने का आश्वासन दिया। उन्होंने विशेषज्ञों को मध्यप्रदेश में व्यापक निवेश की संभावनाओं को देखते हुए निवेश बढ़ाने के उपाय सुझाने पर जोर दिया। श्री विजयवर्गीय ने कहा कि चर्चा में यह बिन्दु भी जोड़ा जाये कि अपार संसाधनों के बावजूद रुकावटें दूर करने की क्या संभावनाएं हैं। अगर हम सूचना प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में आ रही रुकावटें दूर कर पाये तो यह इस कार्यशाला की सार्थकता होगी।
नेसकाम के अध्यक्ष डॉ. किरण कार्निक ने कहा कि वह मध्यप्रदेश में निवेश की संभावनाओं का अध्ययन करके सूचना प्रौद्योगिकी में निवेश और रोजगार बढ़ाने की कोशिश करेंगे। उन्होंने कहा कि काम का प्रस्तुतिकरण और टीमवर्क की जानकारी छात्रों को देना चाहिये। अभी हम जो पढ़ा रहे हैं वह बहुत पुराना पाठयक्रम है। पाठयक्रम में नई गतिविधियां शामिल कर हम रोजगार के अवसर बढ़ा सकते हैं।
चर्चा में वक्ताओं ने कहा कि मध्यप्रदेश शासन द्वारा सूचना प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में निवेश को प्रदेश में बढ़ाने के लिए कई प्रकार की पहल की गई है। प्रधानमंत्री कार्यालय से गठित टास्कफोर्स के सुझावों पर आधारित मध्यप्रदेश शासन द्वारा सूचना प्रौद्योगिकी की नीति में कई प्रकार के प्रोत्साहनों का समावेश किया गया है। मध्यप्रदेश सरकार द्वारा इस प्रकार की पहल को अधिक से अधिक सूचना प्रौद्योगिकी निवेशकों के बीच प्रचार-प्रसार किये जाने की आवश्यकता है जिससे कि निवेश की रफ्तार तेजी से बढ़े एवं मध्यप्रदेश में उपलब्ध संभावनाओं का अधिकाधिक उपयोग हो सके।
उद्योग- शैक्षणिक परिचर्चा सत्र के प्रमुख श्री किरन कार्निक, अध्यक्ष नैसकॉम थे। जिसमें प्रोफेसर श्री पी.बी. शर्मा, उप कुलपति, राजीव गांधी प्रौद्योगिकी, विश्वविद्यालय, श्री आर.एस. सिरोही, उप कुलपति, बरकतउल्ला विश्वविद्यालय, श्री ए.मिश्रा उप कुलपति माखनलाल चतुर्वेदी विश्वविद्यालय, श्री राघवचन्द्रा, प्रमुख सचिव, तकनीकी शिक्षा मुख्य वक्ता थे। चर्चा में मध्यप्रदेश शासन इसमें वर्तमान में तकनीकी शिक्षा का वर्तमान स्तर, उपयोगिता और उद्योगों में उपलब्धता पर विचार हुआ। शासन के तकनीकी शिक्षा के बदलते परिवेश में निवेश बदलते परिवेश में लचीले पाठयक्रम आई.टी. उद्योगों के अनुसार बनाने पर विचार हुआ है। मानव संसाधन की संभवनाओं पर श्री कोशि डेनिल, टी.सी.एस. और श्री अंशु खण्डेलवाल, जैनपेक्ट ने प्रकाश डाला। आई.टी. उद्योग में नए क्षेत्रों जैसे एनिमेशन इंडस्ट्री पर श्री सलिल देसाई एप्टेक मल्टीमीडिया ने अवगत कराया। आई.टी. उद्योग की जरूरतों को समझने के लिए श्री विद्यासागर पात्रो और जयजीत भट्टाचार्य, सनमाईको सिस्टम, श्री श्याम कुड्डयाटी, जेनसर टेक्नोलॉजी एवं माइक्रोसाफ्ट ने प्रस्तुतिकरण किया।
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