अमृता देवी बिश्नोई वन्यप्राणी संरक्षण पुरस्कार
अमृता देवी बिश्नोई वन्यप्राणी संरक्षण पुरस्कार
पर्यावरण और वन मंत्रालय ने अमृता देवी बिश्नोई वन्यप्राणी संरक्षण पुरस्कार के लिए प्रविष्ठियां आमंत्रित की हैं । वन्यप्राणियों के संरक्षण के लिए इस पुरस्कार का गठन किया गया है । पुरस्कार के अंतर्गत एक लाख रूपये नकद, प्रशस्ति पत्र और मेडल प्रदान किया जाता है ।
देश में वन्यप्राणी संरक्षण के लिए उल्लेखनीय साहस और बहादुरी प्रदर्शित करने वाले ग्रामीण समुदायों से संबध्द व्यक्ति विशेष अथवा संस्थान को हर वर्ष यह पुरस्कार दिये जाते हैं । व्यक्ति विशेष के लिए कोई आयुसीमा निर्धारित नहीं है ।
पर्यावरण और वन मंत्रालय उपरोक्त पुरस्कार के लिए सभी राज्य सरकारों और केन्द्र शासित क्षेत्रों से प्रविष्ठियां आमंत्रित करता है । भारत का कोई भी नागरिक किसी नाम का सुझाव दे सकता है । प्रविष्टियों में निम्नलिखित विवरण शामिल होना चाहिए -
1. नामांकित का नाम और पता
2. कार्य का क्षेत्र
3. नामांकित व्यक्ति द्वारा वन्य प्रणाली संरक्षण के क्षेत्र में किया गया महत्वपूर्ण योगदान और
4. राज्य के मुख्य वन्यप्राणी वार्डन की टिप्पणीसिफारिश
नामांकन प्राप्त करने की अंतिम तिथि 20 अगस्त, 2007 है । मुख्य वन्यप्राणी वार्डन की सिफारिश के साथ प्रायोजक द्वारा हस्ताक्षर की गई प्रविष्ठियों को निदेशक, वन्य प्राणी संरक्षण, पर्यावरण और वन मंत्रालय, पर्यावरण भवन, सीजीओ काम्पलेक्स, लोधी रोई, नई दिल्ली-110003 को भेजना चाहिए ।
टिप्पणियाँ