अप्रैल-दिसम्बर, 2007 के दौरान 70 प्रतिशत निर्यात लक्ष्य पूरा

शीर्ष 12 व्यापारिक साझेदारों के साथ व्यापार में 11.2 प्रतिशत से अधिक वृध्दि
सेवा क्षेत्र के निर्यात में 32.1 प्रतिशत वृध्दि
28 फरवरी 08/आर्थिक सर्वेक्षण 2007-08 में बताया गया है कि अप्रैल-दिसम्बर, 2007 के दौरान मौजूदा वर्ष के लिए निर्धारित निर्यात लक्ष्य का लगभग 70 प्रतिशत पूरा किया गया और यह 111 अरब अमरीकी डालर के स्तर तक पहुंच गया । पेट्रोलियम उत्पादों, इंजीनियरिंग सामग्रियों और रत्नों तथा आभूषणों के निर्यात का इसमें प्रमुख योगदान है । इंजीनियरिंग उत्पादों के निर्यात में वृध्दि मशीनों और उपकरणों, परिवहन उपकरणों और धातुओं के निर्माताओं के योगदान से संभव हुई है । वर्ष 2006-07 की घोषणा के बाद रत्नों और आभूषणों के क्षेत्र में अप्रैल-दिसम्बर, 2007 के दौरान 20.4 प्रतिशत की निर्यात वृध्दि के साथ इसको पुनर्जीवन प्राप्त हुआ ।
भारत के जिन्स के निर्यातों और आयातों में वर्ष 2006-07 में क्रमश: 22.6 प्रतिशत और 24.5 प्रतिशत (सीमा शुल्क के आधार पर, अमरीकी डालर में) वृध्दि हुई है, जो वर्ष 2002-03 के बाद इनकी वृध्दि दर का सबसे छोटा अंतर है । पेट्रोलियम उत्पादों (59.3 प्रतिशत) और इंजीनियरिंग उत्पादों (38.1 प्रतिशत) के निर्यातों में सबसे तीव्र वृध्दि दर्ज की गई । कुल निर्यात में पेट्रोलियम उत्पादों के हिस्से में अत्यधिक वृध्दि भारत की तेलशोधक क्षमता में वृध्दि और पेट्रोलियम की उच्चतर कीमतों के कारण संभव हुआ । इंजीनियरिंग सामग्रियों के हिस्से में वृध्दि से इस क्षेत्र में उन्नत प्रतिस्पध्र्दा का पता चलता है । अप्रैल-दिसम्बर, 2007 के दौरान आयातों में 25.9 प्रतिशत की वृध्दि हुई जो गैर-पैट्रोलियम के आयातों में 31.9 प्रतिशत वृध्दि के कारण हुआ । इससे विनिर्माण क्षेत्र द्वारा औद्योगिक मांग में मजबूती आई और इसके साथ ही निर्यात संबंधी गतिविधियां भी तेज हुईं ।
शीर्ष 12 व्यापारिक साझेदारों के साथ व्यापार में वर्ष 2001-02 से लेकर 11.02 प्रतिशत से अधिक वृध्दि हुई है और 2006-07 में कुल व्यापार का 53.8 प्रतिशत हो गया । सबसे बड़े व्यापारिक साझेदार अमरीका का हिस्सा 2.5 प्रतिशत घटकर वर्ष 2006-07 में 9.8 प्रतिशत हो गया जबकि दूसरे सबसे बड़े व्यापारिक साझेदार चीन का हिस्सा 2006-07 में पिछले दशक की तुलना में 5.2 प्रतिशत की वृध्दि दर्ज की गई । अप्रैल-अक्टूबर, 2007 के दौरान चीन की व्यापारिक साझेदारी अमरीका की तुलना में भी 600 करोड़ रूपए अधिक है ।
सेवा क्षेत्र में भारत के निर्यात में 32.1 प्रतिशत की वृध्दि हुई और वर्ष 2006-07 में यह 76.2 अरब अमरीकी डालर हो गया । इस वृध्दि में सॉपऊटवेयर सेवाओं, व्यावसायिक सेवाओं, वित्तीय सेवाओं और संचार सेवाओं का प्रमुख योगदान है ।
वर्ष 2006-07 में वाणिज्यिक सेवाओं का निर्यात जिन्सों के निर्यात की तुलना में लगभग 60 प्रतिशत था ।
भारत ने बहुपक्षीय व्यापार प्रणालियों के प्रति अपना समर्थन जारी रखा है, जो विकासशील देशों के लिए पारदर्शी और निष्पक्ष है ।

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