ग्रामोद्योग राज्यमंत्री श्री करण सिंह वर्मा द्वारा रेशमी वस्त्र विक्रय सह प्रदर्शनी 'सिल्क फेब-2008'' का शुभारंभ
संजय गुप्ता मांडिल, मुरैना ब्यूरो चीफ मुरैना,
29 फरवरी, 08/ग्रामोद्योग, उद्यानिकी तथा खाद्य प्रसंस्करण राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री करण सिंह वर्मा ने आज यहां गौहर महल में रेशमी वस्त्र विक्रय सह प्रदर्शनी 'सिल्क फेब-2008' का शुभारंभ किया। इस अवसर पर सचिव ग्रामोद्योग श्री एम.ए. खान तथा आयुक्त रेशम श्री एम.के. सिंह उपस्थित थे। म.प्र. सिल्क फेडरेशन द्वारा आयोजित यह अनूठी प्रदर्शनी आगामी 6 मार्च, 2008 तक जारी रहेगी।
म.प्र. सिल्क फेडरेशन का गठन वर्ष 1997-98 में किया गया था। फेडरेशन के गठन का मुख्य उद्देश्य प्रदेश में रेशम हितग्राहियों का हित संवर्धन व प्रभावी बाजार व्यवस्था की स्थापना है। सिल्क फेडरेशन शुध्द रेशम से तैयार किये गये वस्त्रों पर प्राकृतिक रंग से प्रिंटिंग कार्य करवाकर प्रदेश के कोया उत्पादकों, धागाकरण हितग्राहियों, बनुकरों, रंगरेजों एवं वस्त्र प्रोसेसिंग से जुड़े हितग्राहियों को सतत् रोजगार उपलब्ध कराकर उनके जीवन स्तर में सुधार लाने की दिशा में कार्य कर रहा है।
गत वर्ष की भांति इस वर्ष भी म.प्र. सिल्क फेडरेशन द्वारा राजधानीवासियों को शुध्द और उत्तम गुणवत्ता की रेशम साड़ियां व वस्त्र उपलब्ध कराने के लिए सिल्क फेब का आयोजन किया गया है। यह प्रदर्शनी 28 फरवरी से 6 मार्च तक गौहर महल व्ही.आई.पी. रोड, भोपाल में आयोजित है। इस बार प्रदर्शनी का मुख्य आकर्षण शुध्द रेशम से निर्मित साड़ियों पर बाघ प्रिंट, डाबू, सांगानेरी प्रिंट एवम् अन्य मनभावन रंगों की छटा है साथ ही प्रदर्शनी में चन्देरी, महेश्वरी, टसर साडियां व ड्रेस मटेरियल, सिल्क टाई व फर्निशिंग मटेरियल की भी विशाल रेंज प्रदर्शित की गयी है। सिल्क फेब-2008 के आयोजन के दौरान यहां रोजाना शाम को विविध सांस्कृतिक कार्यक्रमों का भी आयोजन किया जायेगा।
29 फरवरी, 08/ग्रामोद्योग, उद्यानिकी तथा खाद्य प्रसंस्करण राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री करण सिंह वर्मा ने आज यहां गौहर महल में रेशमी वस्त्र विक्रय सह प्रदर्शनी 'सिल्क फेब-2008' का शुभारंभ किया। इस अवसर पर सचिव ग्रामोद्योग श्री एम.ए. खान तथा आयुक्त रेशम श्री एम.के. सिंह उपस्थित थे। म.प्र. सिल्क फेडरेशन द्वारा आयोजित यह अनूठी प्रदर्शनी आगामी 6 मार्च, 2008 तक जारी रहेगी।
म.प्र. सिल्क फेडरेशन का गठन वर्ष 1997-98 में किया गया था। फेडरेशन के गठन का मुख्य उद्देश्य प्रदेश में रेशम हितग्राहियों का हित संवर्धन व प्रभावी बाजार व्यवस्था की स्थापना है। सिल्क फेडरेशन शुध्द रेशम से तैयार किये गये वस्त्रों पर प्राकृतिक रंग से प्रिंटिंग कार्य करवाकर प्रदेश के कोया उत्पादकों, धागाकरण हितग्राहियों, बनुकरों, रंगरेजों एवं वस्त्र प्रोसेसिंग से जुड़े हितग्राहियों को सतत् रोजगार उपलब्ध कराकर उनके जीवन स्तर में सुधार लाने की दिशा में कार्य कर रहा है।
गत वर्ष की भांति इस वर्ष भी म.प्र. सिल्क फेडरेशन द्वारा राजधानीवासियों को शुध्द और उत्तम गुणवत्ता की रेशम साड़ियां व वस्त्र उपलब्ध कराने के लिए सिल्क फेब का आयोजन किया गया है। यह प्रदर्शनी 28 फरवरी से 6 मार्च तक गौहर महल व्ही.आई.पी. रोड, भोपाल में आयोजित है। इस बार प्रदर्शनी का मुख्य आकर्षण शुध्द रेशम से निर्मित साड़ियों पर बाघ प्रिंट, डाबू, सांगानेरी प्रिंट एवम् अन्य मनभावन रंगों की छटा है साथ ही प्रदर्शनी में चन्देरी, महेश्वरी, टसर साडियां व ड्रेस मटेरियल, सिल्क टाई व फर्निशिंग मटेरियल की भी विशाल रेंज प्रदर्शित की गयी है। सिल्क फेब-2008 के आयोजन के दौरान यहां रोजाना शाम को विविध सांस्कृतिक कार्यक्रमों का भी आयोजन किया जायेगा।
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