सकल घरेलू निवेश तथा बचत में तीव्र बढोत्तरी की प्रवृत्ति

28 फरवरी 08/सकल घरेलू उत्पाद की हाल ही की वृद्वि की विशेषता सकल घरेलू निवेश तथा बचत में तीव्र बढोत्तरी की प्रवृत्ति है। वर्ष 2006-07 तक के पिछले पांच वर्षो में सकल घरेलू निवेश में जीडीपी के 13.1 प्रतिशत के बराबर वृद्वि हुई है तथा बचत में सकल घरेलू उत्पाद के 11.3 प्रतिशत के बराबर वृद्वि हुई है। 10 वीं पंचवर्षीय योजना के लिए औसत निवेश अनुपात 9वीं पंचवर्षीय योजना के औसत निवेश अनुपात से 31.4 प्रतिशत अधिक था और औसत बचत दर भी 9वीं पंचवर्षीय योजना के दौरान 23.6 प्रतिशत के औसत अनुपात से अधिक था यानि यह सकल घरेलू उत्पाद का 31.4 प्रतिशत थी।
निजी तथा सरकारी दोनों प्रकार की बचतों ने उच्चतर समग्र बचतों में योगदान दिया है। 10वीं पंचवर्षीय योजना में निजी बचतों में सकल घरेलू उत्पाद के 6.1 प्रतिशत के बराबर वृद्वि हुई जबकि निजी क्षेत्रों की बचत में सकल घरेलू उत्पाद के 5.2 फीसदी के बराबर बढोत्तरी हुई है। इस दौरान दोनों में स्थिर वृद्वि हुई है।
निवेश में वृद्वि निजी निवेश के द्वारा संचालित होती है। 10वीं पंचवर्षीय योजना के दौरान यह बढक़र जीडीपी के 10.3 प्रतिशत के बराबर हो गई है। यह सुधार निजी कॉरपोरेट के निवेश द्वारा संचालित था जिसमें इन पांच वर्षो के दौरान सकल घरेलू उत्पाद के 9.1 प्रतिशत के बराबर वृद्वि हुई। निजी कॉरपोरेट क्षेत्र का निवेश वर्ष 2001-02 में सकल घरेलू उत्पाद के 5.4 प्रतिशत से बढक़र वर्ष 2006-07 में 14.5 प्रतिशत पर पहुंच गया। इस संपूर्ण अवधि के दौरान पारिवारिक निवेश सकल घरेलू उत्पाद के 12.7 प्रतिशत की योजना औसत के आसपास रहा और सरकारी क्षेत्र के निवेश में योजना अवधि के दौरान सकल घरेलू उत्पाद के 1 प्रतिशत से कम की वृद्वि हुई है।

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