आकर्शक एवं भव्य लग रही है झाकियां
आकर्शक एवं भव्य लग रही है झाकियां
मुरैना, 6 सितम्बर। षहर में हर गली मोहल्ले में गणेषोत्सव को बड़े धूमधाम से मनाया जा रहा हैं। आकर्शक पण्डालों में सजाई गई भगवान गणेष जी की मूर्ति बड़ी ही मनमोहक लग रही हैं। साथ ही लगने वाली सुन्दर झांकियों ने श्रध्दालुओं को मन मोह लिया हैं। साथ ही सुबह षाम भगवान गणेष की भक्ति गीतों से वातावरण भक्ति मय हो गया है।
गौरतलव है कि नौ दिनों तक चलने वाले इस धार्मिक उत्सव पर अनेक स्थानों पर अश्टविनायक की प्रतिमाएं आकर्शक एवं भव्य पंण्डालों में विराजमान है। इन पंण्डालों में विद्युत और पुश्पों की सजावट देखते ही बनती है। खासबात तो यह है इन पण्डालों में लगने वाली आकर्शक झांकियों ने भी लोगों को अपनी और आकर्शित कर रही है। खास बात तो यह है षहर में भक्ति गीतों के साथ गणवति बप्पा मौयेया के भी जयकारें बड़े जोरषोर से लग रहे है। षहर के दत्तपुरा भक्त मंडली ने विजय नगर में लगाए गए पंण्डाल में भगवान गणेष की प्रतिमा की स्थापना की है। इस अवसर पर पंण्डाल में लगाई कई भगवान श्रीराम, सीता और लक्ष्मण के साथ हनुमान की झांकिया सभी का मन मोह रही थी। पण्डाल में छोटे - छोटे बच्चे भगवान श्रीराम, सीता और हुनमान का वेष धारण किए हुए थे। उसके बाद पण्डालों में भगवान श्रीजी की आरती और प्रसादी का वितरण भी किया गया।
मुरैना, 6 सितम्बर। षहर में हर गली मोहल्ले में गणेषोत्सव को बड़े धूमधाम से मनाया जा रहा हैं। आकर्शक पण्डालों में सजाई गई भगवान गणेष जी की मूर्ति बड़ी ही मनमोहक लग रही हैं। साथ ही लगने वाली सुन्दर झांकियों ने श्रध्दालुओं को मन मोह लिया हैं। साथ ही सुबह षाम भगवान गणेष की भक्ति गीतों से वातावरण भक्ति मय हो गया है।
गौरतलव है कि नौ दिनों तक चलने वाले इस धार्मिक उत्सव पर अनेक स्थानों पर अश्टविनायक की प्रतिमाएं आकर्शक एवं भव्य पंण्डालों में विराजमान है। इन पंण्डालों में विद्युत और पुश्पों की सजावट देखते ही बनती है। खासबात तो यह है इन पण्डालों में लगने वाली आकर्शक झांकियों ने भी लोगों को अपनी और आकर्शित कर रही है। खास बात तो यह है षहर में भक्ति गीतों के साथ गणवति बप्पा मौयेया के भी जयकारें बड़े जोरषोर से लग रहे है। षहर के दत्तपुरा भक्त मंडली ने विजय नगर में लगाए गए पंण्डाल में भगवान गणेष की प्रतिमा की स्थापना की है। इस अवसर पर पंण्डाल में लगाई कई भगवान श्रीराम, सीता और लक्ष्मण के साथ हनुमान की झांकिया सभी का मन मोह रही थी। पण्डाल में छोटे - छोटे बच्चे भगवान श्रीराम, सीता और हुनमान का वेष धारण किए हुए थे। उसके बाद पण्डालों में भगवान श्रीजी की आरती और प्रसादी का वितरण भी किया गया।
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