आकर्शक और भव्य रुप में विराजे सिध्दविनायक
आकर्शक और भव्य रुप में विराजे सिध्दविनायक
गली मोहल्लों में सजे पण्डाल
मुरैना, 3 सितम्बर। आज सुबह से ही षहर मे गणेषोत्सव के दौरान जोरदार बैण्डबाजों और भक्ति गीतों के साथ भगवान गणेष की प्रतिमाओं का जुलुस के साथ पण्डालों में बिराजने का सिलसिला षुरु हुआ। चारों तरफ भगवान गणेष की जयकारें लगाये जा रहे थे। हर और से गणवती बप्पा मौरेया का षोर सुनाई दे रहा था। दस दिन तक चलने वाले गणेषोत्सव की सभी तैयारियां पूरी हो चुकी है। षहर के गली मौहल्लों में भगवान गणेष की प्रतिमाओं के पण्डाल भव्य और आकर्शक रुप से संजाए गए है। इसके साथ ही लोगों ने भी घरों पर भगवान श्री गणेष की मूर्ति की स्थापना की है। षहर में पटी गली, दत्तपुरा, महावीर पुरा, गणेषपुरा, गोपाल पुरा, केषव कालोनी, हाउसिंग बोर्ड कालोनी, सुभाश नगर सहित दो दर्जन से अधिक स्थानों पर भगवान सिध्दविनायक का पण्डाल सजधजकर तैयार किया गया है। भगवान की आरती के लिए विषेश तैयारियां की गई है। श्री गणेष के भक्तों में जोष ही जोष नजर आ रहा है। भगवान गणेष का पण्डाल सजा रहे ष्यामसिंह से जब हमने तैयारियों के बारे में पूछा तो उसने बताया कि इस बार हमने मौहल्ले के प्रत्येक घर से चंदा किया है। ओर भगवान गणेष जी के दस दिन विराजनें के दौरान हम प्रतिदिन आकर्शक झांकियां लगायेगें। इस दौरान हम प्रतिदिन धार्मिक कार्यक्रमों का भी आयोजन करेगें। सुबह से ही लोगों ने घरों की सफाई कर भगवान गणेष की प्रतिमा को मंदिर में विराजकर पूजा अर्चना की और उनका प्रिय भोजन मोदक का प्रसाद भी बांटा।
गली मोहल्लों में सजे पण्डाल
मुरैना, 3 सितम्बर। आज सुबह से ही षहर मे गणेषोत्सव के दौरान जोरदार बैण्डबाजों और भक्ति गीतों के साथ भगवान गणेष की प्रतिमाओं का जुलुस के साथ पण्डालों में बिराजने का सिलसिला षुरु हुआ। चारों तरफ भगवान गणेष की जयकारें लगाये जा रहे थे। हर और से गणवती बप्पा मौरेया का षोर सुनाई दे रहा था। दस दिन तक चलने वाले गणेषोत्सव की सभी तैयारियां पूरी हो चुकी है। षहर के गली मौहल्लों में भगवान गणेष की प्रतिमाओं के पण्डाल भव्य और आकर्शक रुप से संजाए गए है। इसके साथ ही लोगों ने भी घरों पर भगवान श्री गणेष की मूर्ति की स्थापना की है। षहर में पटी गली, दत्तपुरा, महावीर पुरा, गणेषपुरा, गोपाल पुरा, केषव कालोनी, हाउसिंग बोर्ड कालोनी, सुभाश नगर सहित दो दर्जन से अधिक स्थानों पर भगवान सिध्दविनायक का पण्डाल सजधजकर तैयार किया गया है। भगवान की आरती के लिए विषेश तैयारियां की गई है। श्री गणेष के भक्तों में जोष ही जोष नजर आ रहा है। भगवान गणेष का पण्डाल सजा रहे ष्यामसिंह से जब हमने तैयारियों के बारे में पूछा तो उसने बताया कि इस बार हमने मौहल्ले के प्रत्येक घर से चंदा किया है। ओर भगवान गणेष जी के दस दिन विराजनें के दौरान हम प्रतिदिन आकर्शक झांकियां लगायेगें। इस दौरान हम प्रतिदिन धार्मिक कार्यक्रमों का भी आयोजन करेगें। सुबह से ही लोगों ने घरों की सफाई कर भगवान गणेष की प्रतिमा को मंदिर में विराजकर पूजा अर्चना की और उनका प्रिय भोजन मोदक का प्रसाद भी बांटा।
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