श्रीमती पुरन्देश्वरी जेनेवा में अंतर संसदीय संघ की बैठक में भाग लेंगी
श्रीमती पुरन्देश्वरी जेनेवा में अंतर संसदीय संघ की बैठक में भाग लेंगी
मानव संसाधन विकास (उच्च शिक्षा) राज्य मंत्री श्रीमती डी. पुरन्देश्वरी जेनेवा (स्विटजरलैंड) में 5 से 10 अक्टूबर 2007 तक चलने वाले अंतर-संसदीय संघ (आईपीयू) के 117वें सम्मेलन में भाग लेंगी। इस सम्मेलन में निम्न मुद्दों पर चर्चा होगी।
(क) राष्ट्रीय सुरक्षा, मानव सुरक्षा और व्यक्तिगत स्वतंत्रता के बीच संतुलन स्थापित करना और लोकतंत्र को खतरों से बचाने में संसद की भूमिका।
(ख) विदेशी सहायता से संबंधित नीतियों की संसद द्वारा निगरानी।
(ग) श्रमिकों का प्रवासन, मानव तस्करी, जेनोफोबिया और मानव अधिकार
उल्लेखनीय है कि अन्तर-संसदीय संघ अपने उद्देश्यों का संयुक्त राष्ट्र के साथ आदान प्रदान करता और इसके प्रयासों में सहयोग देता है। संघ, संयुक्त राष्ट्र के साथ नजदीकी सहयोग से कार्य करता है। इसके अतिरिक्त समान विचार धारा वाले क्षेत्रीय अन्तर संसदीय संगठनों और अंतर्राष्ट्रीय अन्तर-सरकारी और गैर-सरकारी संगठनों के साथ भी सहयोग करता है।
आईपीयू, राजनीतिक मुद्दों पर अपने विचार व्यक्त करने वाला मुख्य सांविधिक निकाय है। इसके मुख्य उद्देश्य है - (क) सभी देशों की संसदों के बीच, सम्पर्क और तालमेल विकसित करना और संसदीय अनुभवों का आदान-प्रदान करना (ख) अंतर्राष्ट्रीय हितों और चिंताओं के मुद्दों पर विचार-विमर्श करना (इन मुद्दों पर विचार व्यक्त करना और इसके सदस्यों को इन पर कार्रवाई करने के लिए प्ररित किया जा सके)।
(ग) मानवाधिकारों की रक्षा और उनका संवर्ध्दन
(घ) प्रतिनिध्यात्मक संस्थानों के कार्यकरण की बेहतर जानकारी उपलब्ध कराना और उनके कार्य माध्यमों को विकसित करना तथा उन्हें सशक्त बनाना।
वर्तमान में 140 से अधिक राष्ट्रीय संसद, अंतर-संसदीय संघ की सदस्य हैं।
मानव संसाधन विकास राज्य मंत्री (उच्च शिक्षा) श्रीमती डी. पुरन्देश्वरी संसदीय शिष्ट मण्डल की सदस्या की हैसियत से, जेनेवा, स्विटजरलैंड में आगामी 5 से 10 अक्टूबर 2007 तक चलने वाली अंतर-संसदीय संघ (आईपीयू) की 117वीं बैठक में भाग लेंगी। संसदीय शिष्टमंडल का नेतृत्व लोक सभा अध्यक्ष श्री सोमनाथ चटर्जी करेंगे। शिष्टमंडल के अन्य सदस्य हैं -
1. श्री के. रहमान खां, उपसभापति, राज्यसभा
2. श्री चरणजीत सिंह अटवाल, उपाध्यक्ष, लोकसभा
3. श्री भतृहरि महताब, सांसद
4. श्री सु. तिरूनावुक्करासर, सांसद
5. प्रोफेसर ललित मोहन शुक्लवैद्य, सांसद
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