पेयजल समस्या उत्पन्न न होने पाये - संभागायुक्त
पेयजल समस्या उत्पन्न न होने पाये - संभागायुक्त
संजय गुप्ता(मांडिल) ब्यूरो चीफ मुरैना मुरैना 24 अप्रेल 08/ संभागायुक्त श्री विश्वमोहन उपाध्याय ने चम्बल संभाग में पेयजल की स्थिति की जिलावार समीक्षा की और अधिकारियों को गर्मी में पेयजल का संकट उत्पन्न नहीं होने देने की ताकीद की । उन्होंने कहा कि गरमियों में पेयजल आपूर्ति व्यवस्था पर सतत निगरानी रखी जाय । पेयजल आपूर्ति में किसी भी तरह की लापरवाही वर्दाश्त नहीं की जायेगी तथा इसके लिए दोषी अधिकारियों व कर्मचारियों के विरूध्द कार्रवाई की जायेगी ।
बैठक में कलेक्टर मुरैना श्री आकाश त्रिपाठी, मुख्य अभियंता लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी श्री एम.एम. साकुनिया अधीक्षण यंत्री श्री आर.के.राय अधीक्षण यंत्री म.प्र. विद्युत वितरण कम्पनी श्री वी.पी. गर्ग तथा तीनों जिलों के लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी और विद्युत वितरण कम्पनी के कार्यपालन यंत्री उपस्थित थे ।
समीक्षा के दौरान बताया गया कि संभागायुक्त के निर्देशानुसार 50 की जनसंख्या पर एक हैण्ड पंप लगाने का प्रस्ताव लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग द्वारा तैयार कर शासन की स्वीकृति हेतु भेजा गया है । इस प्रस्ताव को मंजूरी मिलने पर संभाग में 27 हजार हैंड पंपों का खनन कराया जायेगा । वर्तमान में चम्बल संभाग में 27 हजार 151 हैण्ड पंपों के माध्यम से पेयजल आपूर्ति की जा रही है ।
बैठक में बताया गया कि मुरैना जिले में 41, भिण्ड में 39 और श्योपुर में 2 नल-जल योजनायें विद्युत विच्छेद के कारण बंद है । इनमें से जिन नल-जल योजनाओं की राशि जमा करा दी गई है, उन्हें प्रारंभ कराया जा रहा है । दो योजनाओं के खराब ट्रान्सफार्मर भी बदलवाये जा रहे है । बंद नल-जल योजनाओं को प्रारंभ कराने के लिए शासन द्वारा 50 लाख रूपये दिये गये है । मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत द्वारा भी इसके लिए राशि प्रदाय की गई है । इस राशि से नल- जल योजनाओं को शीघ्र प्रारंभ कराने की कार्रवाई की जा रही है। संभागायुक्त श्री उपाध्याय ने निर्देश दिए किलोक स्वास्थ्य यांत्रिकी और विद्युत विभाग के अधिकारी साथ बैठकर रणनीति तैयार करें और जिन योजनाओं को प्रारंभ कराया जा सकता है उन्हें शीघ्र प्रारंभ करायें । उन्होंने संभाग के अन्तर्गत 1527 बिगडे तथा 680 पानी की कमी से बंद हैंड पंपों को भी शीघ्र प्रारंभ कराने के निर्देश दिए।
संजय गुप्ता(मांडिल) ब्यूरो चीफ मुरैना मुरैना 24 अप्रेल 08/ संभागायुक्त श्री विश्वमोहन उपाध्याय ने चम्बल संभाग में पेयजल की स्थिति की जिलावार समीक्षा की और अधिकारियों को गर्मी में पेयजल का संकट उत्पन्न नहीं होने देने की ताकीद की । उन्होंने कहा कि गरमियों में पेयजल आपूर्ति व्यवस्था पर सतत निगरानी रखी जाय । पेयजल आपूर्ति में किसी भी तरह की लापरवाही वर्दाश्त नहीं की जायेगी तथा इसके लिए दोषी अधिकारियों व कर्मचारियों के विरूध्द कार्रवाई की जायेगी ।
बैठक में कलेक्टर मुरैना श्री आकाश त्रिपाठी, मुख्य अभियंता लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी श्री एम.एम. साकुनिया अधीक्षण यंत्री श्री आर.के.राय अधीक्षण यंत्री म.प्र. विद्युत वितरण कम्पनी श्री वी.पी. गर्ग तथा तीनों जिलों के लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी और विद्युत वितरण कम्पनी के कार्यपालन यंत्री उपस्थित थे ।
समीक्षा के दौरान बताया गया कि संभागायुक्त के निर्देशानुसार 50 की जनसंख्या पर एक हैण्ड पंप लगाने का प्रस्ताव लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग द्वारा तैयार कर शासन की स्वीकृति हेतु भेजा गया है । इस प्रस्ताव को मंजूरी मिलने पर संभाग में 27 हजार हैंड पंपों का खनन कराया जायेगा । वर्तमान में चम्बल संभाग में 27 हजार 151 हैण्ड पंपों के माध्यम से पेयजल आपूर्ति की जा रही है ।
बैठक में बताया गया कि मुरैना जिले में 41, भिण्ड में 39 और श्योपुर में 2 नल-जल योजनायें विद्युत विच्छेद के कारण बंद है । इनमें से जिन नल-जल योजनाओं की राशि जमा करा दी गई है, उन्हें प्रारंभ कराया जा रहा है । दो योजनाओं के खराब ट्रान्सफार्मर भी बदलवाये जा रहे है । बंद नल-जल योजनाओं को प्रारंभ कराने के लिए शासन द्वारा 50 लाख रूपये दिये गये है । मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत द्वारा भी इसके लिए राशि प्रदाय की गई है । इस राशि से नल- जल योजनाओं को शीघ्र प्रारंभ कराने की कार्रवाई की जा रही है। संभागायुक्त श्री उपाध्याय ने निर्देश दिए किलोक स्वास्थ्य यांत्रिकी और विद्युत विभाग के अधिकारी साथ बैठकर रणनीति तैयार करें और जिन योजनाओं को प्रारंभ कराया जा सकता है उन्हें शीघ्र प्रारंभ करायें । उन्होंने संभाग के अन्तर्गत 1527 बिगडे तथा 680 पानी की कमी से बंद हैंड पंपों को भी शीघ्र प्रारंभ कराने के निर्देश दिए।
टिप्पणियाँ