एकल खिड़की के माध्यम से गंगाराम को मिला श्रवण यंत्र
एकल खिड़की के माध्यम से गंगाराम को मिला श्रवण यंत्र
संजय गुप्ता(मांडिल) मुरैना ब्यूरो चीफ 17जून08/राज्य शासन के निर्देशानुसार मण्डला जिला कलेक्टर कार्यालय परिसर में नि:शक्तजनों के लिए एकल खिड़की शुरू की गई है। इसके माध्यम से प्रत्येक माह के पहले एवं तीसरे सोमवार को सुबह 11 बजे से दोपहर 12 बजे तक नि:शक्तजनों को सुविधा उपलब्ध कराई जाती है।
आज माह के तीसरे सोमवार को जिले के नारायणगंज विकासखण्ड के श्री गंगाराम को श्रवण यंत्र दिया गया। लगभग दस वर्षों से श्री गंगाराम को सुनने में काफी कठिनाई होती थी। श्री गंगाराम ने बताया कि वर्ष 1998 में जीप दुर्घटना के कारण उनकी सुनने शक्ति चली गई और वे तबसे सुन नहीं पाते थे। अब श्रवण यंत्र मिलने से उन्हें सब कुछ साफ-साफ सुनाई देने लगा है। श्रवण यंत्र पाकर श्री गंगाराम खुश है। एकल खिड़की पर कलेक्टर ने श्री गंगाराम को श्रवण यंत्र प्रदान किया।
आज ही एकल खिड़की पर आने वाले एक अन्य नि:शक्तजन श्री बदामीलाल बर्मन के दाहिनी आंख के आपरेशन और स्पाइनल सर्जरी के संबंध में विशेष बीमारी सहायता का प्रकरण तैयार करने के सिविल सर्जन को निर्देश दिये गये।
गौरतलब है कि मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने 3 जून को वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए सभी जिला कलेक्टरों को जिलों में नि:शक्तजनों के लिए एकल खिड़की प्रणाली शुरू करने के निर्देश दिए थे। एकल खिड़की पर उन्हें सभी सुविधाएं उपलब्ध कराने को कहा था। यह एकल खिड़की प्रणाली प्रत्येक माह के पहले एवं तीसरे सोमवार को सुबह 11 बजे से दोपहर 12 बजे तक कार्य करेगी। मेडिकल बोर्ड भी इस खिड़की पर उपलब्ध रहेगा, जो आने वाले नि:शक्तजनों की नि:शक्तता का परीक्षण कर उन्हें आवश्यक प्रमाण पत्र उपलब्ध करायेगा।
जिला कलेक्टर ने बताया कि संभवत: मण्डला प्रदेश का पहला जिला है जहां न केवल नि:शक्तजनों के लिये एकल खिड़की प्रणाली स्थापित की गई है, बल्कि उसने काम करना भी शुरू कर दिया है।
संजय गुप्ता(मांडिल) मुरैना ब्यूरो चीफ 17जून08/राज्य शासन के निर्देशानुसार मण्डला जिला कलेक्टर कार्यालय परिसर में नि:शक्तजनों के लिए एकल खिड़की शुरू की गई है। इसके माध्यम से प्रत्येक माह के पहले एवं तीसरे सोमवार को सुबह 11 बजे से दोपहर 12 बजे तक नि:शक्तजनों को सुविधा उपलब्ध कराई जाती है।
आज माह के तीसरे सोमवार को जिले के नारायणगंज विकासखण्ड के श्री गंगाराम को श्रवण यंत्र दिया गया। लगभग दस वर्षों से श्री गंगाराम को सुनने में काफी कठिनाई होती थी। श्री गंगाराम ने बताया कि वर्ष 1998 में जीप दुर्घटना के कारण उनकी सुनने शक्ति चली गई और वे तबसे सुन नहीं पाते थे। अब श्रवण यंत्र मिलने से उन्हें सब कुछ साफ-साफ सुनाई देने लगा है। श्रवण यंत्र पाकर श्री गंगाराम खुश है। एकल खिड़की पर कलेक्टर ने श्री गंगाराम को श्रवण यंत्र प्रदान किया।
आज ही एकल खिड़की पर आने वाले एक अन्य नि:शक्तजन श्री बदामीलाल बर्मन के दाहिनी आंख के आपरेशन और स्पाइनल सर्जरी के संबंध में विशेष बीमारी सहायता का प्रकरण तैयार करने के सिविल सर्जन को निर्देश दिये गये।
गौरतलब है कि मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने 3 जून को वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए सभी जिला कलेक्टरों को जिलों में नि:शक्तजनों के लिए एकल खिड़की प्रणाली शुरू करने के निर्देश दिए थे। एकल खिड़की पर उन्हें सभी सुविधाएं उपलब्ध कराने को कहा था। यह एकल खिड़की प्रणाली प्रत्येक माह के पहले एवं तीसरे सोमवार को सुबह 11 बजे से दोपहर 12 बजे तक कार्य करेगी। मेडिकल बोर्ड भी इस खिड़की पर उपलब्ध रहेगा, जो आने वाले नि:शक्तजनों की नि:शक्तता का परीक्षण कर उन्हें आवश्यक प्रमाण पत्र उपलब्ध करायेगा।
जिला कलेक्टर ने बताया कि संभवत: मण्डला प्रदेश का पहला जिला है जहां न केवल नि:शक्तजनों के लिये एकल खिड़की प्रणाली स्थापित की गई है, बल्कि उसने काम करना भी शुरू कर दिया है।
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