राम का चरित्र सभी के लिए अनुकरणीय : डा. जाखड़

राम का चरित्र सभी के लिए अनुकरणीय : डा. जाखड़

रामचरित मानस मानव मात्र के लिए विलक्षण अमृतकुंभ के समान

राज्यपाल डा. बलराम जाखड़ ने तुलसी मानस प्रतिष्ठान मध्यप्रदेश द्वारा तुलसी जयंती समापन समारोह के अवसर पर राजभवन में आयोजित मानस मर्मज्ञ दीदी मंदाकिनी रामकिंकर के सम्मान समारोह अवसर पर कहा कि भगवान श्रीराम का चरित्र सभी के लिए अनुकरणीय है। उनके चरित्र की महिमा का बखान दीदी मंदाकिनी के मुखारविन्द से जन-जन तक पहुँच रहा है। इसे प्रत्येक व्यक्ति चिंतन-मनन कर अपने जीवन में उतारकर एक आदर्श व्यक्तित्व का परिचय देकर समाज के नवनिर्माण में सहभागी बने। राज्यपाल डा. बलराम जाखड़ ने दीदी मदांकिनी को सम्मान पत्र और श्रीफल भेंट किया।

इस अवसर पर दीदी मंदाकिनी ने कहा कि श्री रामचरित मानस रूपी ग्रंथ मानव मात्र के लिए विलक्षण अमृत कुंभ के समान है इसे प्राप्त करने के लिए प्रत्येक व्यक्ति अपने तन-मन की शुध्दि कर अपने जीवन में चरितार्थ करें। आज के भौतिकवादी युग में व्यक्ति भोग और सुख की चाह में सामग्री एकत्रित करने में लगा हुआ है। क्षणिक सुख की प्राप्ति के लिए वह दिन रात दिशाविहीन होकर भटक रहा है, फिर भी उसे विश्राम नहीं मिल रहा है। भगवान श्रीराम का चरित्र 'अखिल लोक दायक विश्रामा' सम्पूर्ण जगत के लिए कल्याणकारी है। श्रीराम सुख के धाम है और सीता शांति का प्रतीक है, सीताराम मूर्तिमान सुख शांति के दायक हैं। श्रीराम चरित मानस सम्पूर्ण मानव जाति के लिए विश्राम देने वाला ग्रंथ है इस पर प्रत्येक भारतवासी को गर्व होना चाहिए। उन्होंने कहा कि आज भारत वर्ष की प्रगति और खुशहाली के लिए हमें अपने वेद, पुराण और ग्रंथों का अध्ययन करना चाहिए। इस अवसर पर राज्य सभा सदस्य (सांसद) श्री लक्ष्मीनारायण शर्मा ने भी अपने विचार व्यक्त किए। तुलसी मानस प्रतिष्ठान की ओर से श्रीमती शंकुतला शर्मा ने राज्यपाल डा. जाखड़ और दीदी मंदाकिनी का पुष्प गुच्छ भेंट कर स्वागत किया। कार्यक्रम का संचालन प्रतिष्ठान के अध्यक्ष श्री रमाकांत दुबे ने किया। इस अवसर पर श्री अशोक जैन 'भाभा' श्री के.एस. शर्मा सहित मानस प्रेमी उपस्थित थे।

 

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