राजस्व प्रकरणों का निपटारा समय सीमा में हो - कलेक्टर
राजस्व प्रकरणों का निपटारा समय सीमा में हो - कलेक्टर
मुरैना 21 अगस्त 08/ कलेक्टर श्री रामकिंकर गुप्ता ने राजस्व अधिकारियों की बैठक में राजस्व कार्यों की विस्तृत समीक्षा की और राजस्व प्रकरणों का निपटारा समय- सीमा में सुनिश्चित करने के निर्देश दिये । बैठक में जिले के समस्त एस.डी.ओ. (राजस्व) और तहसीलदार उपस्थित थे ।
समीक्षा के दौरान बताया गया कि राजस्व वर्ष में एक अक्टूबर से अभी तक अविवादित नामांतरण के 9546, अविवादित बंटवारा के 616, विवादित नामांतरण के 548, विवादित बंटवारा के 364, तथा सीमांकन के 56 प्रकरणों का निराकरण किया जा चुका है । जिले में 20 हजार 968 पट्टेदारों को 19250 हेक्टर भूमि के पट्टे दिये गये थे । इनमें से विभिन्न न्यायालयों में विचाराधीन 46 प्रकरणों को छोड़कर शेष में कब्जे का सत्यापन कराया जा चुका है । विभिन्न राजस्व न्यायालयों के माध्यम से 24 हजार 714 राजस्व प्रकरण निराकृत कराये जा चुके हैं । कलेक्टर ने राजस्व प्रकरणों के निराकरण में समय-सीमा का विशेष ध्यान रखने के निर्देश दिये ।
जिले में विभिन्न राजस्व मदों में अभी तक 87 लाख 67 हजार रूपये की वसूली की जा चुकी है, जबकि सवा करोड़ रूपये से अधिक की वसूली शेष है । कलेक्टर ने राजस्व वसूली के कार्य में गति लाने के निर्देश दिये । डायवर्सन व्ययवर्तन के 11 हजार प्रकरणों का निराकरण किया जा चुका है तथा 66 लाख 96 हजार रूपये की वसूली की गई है । समस्त 820 ग्रामों के भू-अभिलेखों का कम्प्यूटरीकरण एवं अधतीकरण किया जा चुका है । जिले में 65 हजार खातेदार किसानों को नवीन भू-अधिकार ऋण पुस्तिका वितरित की जा चुकी हैं ।
कलेक्टर श्री गुप्ता ने राजस्व अधिकारियों को निर्देश दिये कि वे निर्णीत प्रकरणों को अभिलेखागार में जमा कराने की कार्रवाई तत्परता से करें । उन्होंने कहा कि कुपोषण से मुक्ति के विशेष प्रयास किये जाये और यह सुनिश्चित किया जाये कि जिले में बच्चों की कुपोषण स्थिति में सुधार हो । इसके लिए प्रत्येक तहसीलदार को 40 हजार रूपये का आवंटन भी सौंपा गया है । इसका सदुपयोग सुनिश्चित किया जाये ।
मुरैना 21 अगस्त 08/ कलेक्टर श्री रामकिंकर गुप्ता ने राजस्व अधिकारियों की बैठक में राजस्व कार्यों की विस्तृत समीक्षा की और राजस्व प्रकरणों का निपटारा समय- सीमा में सुनिश्चित करने के निर्देश दिये । बैठक में जिले के समस्त एस.डी.ओ. (राजस्व) और तहसीलदार उपस्थित थे ।
समीक्षा के दौरान बताया गया कि राजस्व वर्ष में एक अक्टूबर से अभी तक अविवादित नामांतरण के 9546, अविवादित बंटवारा के 616, विवादित नामांतरण के 548, विवादित बंटवारा के 364, तथा सीमांकन के 56 प्रकरणों का निराकरण किया जा चुका है । जिले में 20 हजार 968 पट्टेदारों को 19250 हेक्टर भूमि के पट्टे दिये गये थे । इनमें से विभिन्न न्यायालयों में विचाराधीन 46 प्रकरणों को छोड़कर शेष में कब्जे का सत्यापन कराया जा चुका है । विभिन्न राजस्व न्यायालयों के माध्यम से 24 हजार 714 राजस्व प्रकरण निराकृत कराये जा चुके हैं । कलेक्टर ने राजस्व प्रकरणों के निराकरण में समय-सीमा का विशेष ध्यान रखने के निर्देश दिये ।
जिले में विभिन्न राजस्व मदों में अभी तक 87 लाख 67 हजार रूपये की वसूली की जा चुकी है, जबकि सवा करोड़ रूपये से अधिक की वसूली शेष है । कलेक्टर ने राजस्व वसूली के कार्य में गति लाने के निर्देश दिये । डायवर्सन व्ययवर्तन के 11 हजार प्रकरणों का निराकरण किया जा चुका है तथा 66 लाख 96 हजार रूपये की वसूली की गई है । समस्त 820 ग्रामों के भू-अभिलेखों का कम्प्यूटरीकरण एवं अधतीकरण किया जा चुका है । जिले में 65 हजार खातेदार किसानों को नवीन भू-अधिकार ऋण पुस्तिका वितरित की जा चुकी हैं ।
कलेक्टर श्री गुप्ता ने राजस्व अधिकारियों को निर्देश दिये कि वे निर्णीत प्रकरणों को अभिलेखागार में जमा कराने की कार्रवाई तत्परता से करें । उन्होंने कहा कि कुपोषण से मुक्ति के विशेष प्रयास किये जाये और यह सुनिश्चित किया जाये कि जिले में बच्चों की कुपोषण स्थिति में सुधार हो । इसके लिए प्रत्येक तहसीलदार को 40 हजार रूपये का आवंटन भी सौंपा गया है । इसका सदुपयोग सुनिश्चित किया जाये ।
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