स्वतंत्रता दिवस 2007 के अवसर पर प्रधान मंत्री के भाषण के मुख्य अंश
स्वतंत्रता दिवस 2007 के अवसर पर प्रधान मंत्री के भाषण के मुख्य अंश
मुख्य संदेश
1. भारत तरक्की के मार्ग पर आगे बढ रहा है - गरीबी दूर करना अब एक साध्य लक्ष्य हो गया है।
2. आधुनिक शिक्षा में क्रांति का समय आ गया है। शिक्षा को व्यापक रूप से सुलभ कराना मुख्य लक्ष्य।
3. विभिन्न चिंताओं में से किसानों के कल्याण की चिंता को प्राथमिकता दी जाएगी। गांवों और शहरों के बीच की खाई को पाटने की जरूरत है।
4. रोजगार के नए अवसर पैदा करने के लिए औद्योगिकीकरण सर्वाधिक कारगर उपाय।
5. विश्व की समस्याओं के प्रति भारत का दृष्टिकोण वसुधैव कुटुम्बकम् के सिध्दांत पर आधारित।
6. भारत की मिलीजुली संस्कृति और बहुलवाद उसे दुनिया के राष्ट्रों के बीच सेतु की हैसियत प्रदान करते हैं।
मुख्य पहल -
1. शिक्षा, स्वास्थ्य देखभाल, कृषि और ग्रामीण विकास पर सरकारी व्यय में भारी बढोत्तरी।
2. असंगठित क्षेत्र में सामाजिक सुरक्षा को बढावा- 65 साल से ऊपर और गरीबी की रेखा से नीचे के वरिष्ठ नागरिकों के लिए वृध्दावस्था पेंशन योजना। जीवन और अशक्तता बीमा सुरक्षा। गरीबों के लिए नई स्वास्थ्य बीमा योजना शुरू की जाएगी।
3. आधुनिक शिक्षा में क्रांति - अच्छे स्तर के 6000 नए सरकारी सहायता प्राप्त स्कूल खोले जाएंगे। माध्यमिक शिक्षा का सार्वभौमीकरण शुरू किया जा रहा है। 370 जिलों में कालेज खोलने के लिए केन्द्र सरकार राज्यों को मदद देगी, ताकि छात्रों के कुल नामांकन के अनुपात को बढाया जा सके। 30 नए केन्द्रीय विश्वविद्यालय खोले जाएंगे।
4. व्यावसायिक शिक्षा और दक्षता विकास मिशन - 1600 नए औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान एवं पॉलीटेक्निक, 10,000 नए व्यावसायिक स्कूल, 50,000 नए दक्षता विकास केन्द्र खोले जाएंगे। एक करोड़ छात्रों को व्यावसायिक शिक्षा मिलेगी- यह आज के स्तर से चार गुणा अधिक है।
5. राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम को समूचे देश में लागू किया जाएगा।
6. कृषि क्षेत्र में कम से कम 25,000 करोड़ रुपये का निवेश करने के लिए एक विशेष कार्यक्रम।
7. पुनर्वास और पुनर्स्थापना के लिए राष्ट्रीय नीति शुरू की जा रही है।
8. औद्योगिकीकरण और योजनाबध्द शहरीकरण को नए सिरे से बढावा देना।
9. अपने आस-पास साफ-सफाई की स्थिति में सुधार लाने हेतु सामुदायिक भागीदारी को प्रोत्साहित करने के लिए राष्ट्रीय स्वच्छता अभियान।
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