श्री सीताराम आदिवासी ने दिल से ज्ञापित किया मुख्यमंत्री का आभार (कहानी सच्ची है)

 Sanjay Gupta Mandil, MORENA/वनवासी भाईयों के आन-बान-शान के लिए, जमीन का होना बहुत जरूरी है। जमीन के बिना, वनवासी भाईयों के जीवन की कल्पना करना भी मुश्किल है। इसलिए हम वनवासी भाईयों को जो भी हमे, हमारा हक का भूमि का पट्टा दिलवायेगा, हम उसे दिल से दुआ देंगे। यह कार्य प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने किया है, इसलिए उन्हे मेरी कई पीढ़ी याद रखेगी।    
    यह कहना है पहाडगढ़ विकासखण्ड के ग्राम खड़रिया पुरा निवासी श्री सीताराम आदिवासी का, जिन्हे वन अधिकार उत्सव के तहत शनिवार को कलेक्टरेट कार्यालय मुरैना में वन अधिकार पत्र का वितरण जिला सीईओ श्री तरूण भटनागर एवं अन्य अधिकारियों के द्वारा किया गया है।    
    इस अवसर पर श्री सीताराम आदिवासी ने बताया कि दो दशक से, वे खड़रिया पुरा की इस भूमि पर खेतीकर अपना तिल, बाजारा आदि की फसल उगाकर गुजर-बसर कर रहे थे, किन्तु मन में यही चिन्ता लगी रहती थी कि पता नहीं वन विभाग के रेंजर कब आ जाये और हमें खेती करने से इस स्थान से मना कर दें। किन्तु भला हो मुख्यमंत्री का जिन्होंने पूर्व में निरस्त दावों का पुनः सत्यापन करवाया और उनका दावा सही पाया गया, जिसके कारण वे अब अपने इस भूमि के टुकड़े के स्वामी बन गये है। यह उनके लिए गौरव की बात है, इसके लिए वे मुख्यमंत्री का जितना आभार व्यक्त करे, वह कम है।          

डी.डी.शाक्यवार

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