मुरैना, भिण्ड, श्योपुर और शिवपुरी जिले को राष्ट्रीय बागवानी मिशन से जोड़ा जायेगा केन्द्रीय कृषि एवं ग्रामीण विकास मंत्री श्री नरेन्द्र सिंह तोमर ने इंडों इजराइल के सहयोग से 9 करोड़ 96 लाख रूपये की लागत से बनने वाले सेन्टर ऑफ एक्सीलेन्स बेजीटेबल का किया शिलान्यास
संजय गुप्ता मांडिल, मुरैना/ केन्द्रीय कृषि एवं ग्रामीण विकास मंत्री श्री नरेन्द्र सिंह तोमर ने कहा
कि मुरैना, भिण्ड, शिवपुरी और श्योपुर जिले को भी जल्द राष्ट्रीय बागवानी
मिशन में जोड़ा जायेगा। उन्होंने कहा कि यह चारों जिले राष्ट्रीय बागवानी
मिशन से नहीं जुड़े थे। यह बात केन्द्रीय मंत्री श्री नरेन्द्र सिंह तोमर ने
शुक्रवार को नूरावाद में इन्डो, इजराइल के सहयोग से 9 करोड़ 96 लाख 27 हजार
रूपये की लागत से निर्मित होने वाले सेंटर ऑफ एक्सीलेन्स फॉर बेजीटेवल्स
के शिलान्यास कार्यक्रम को मुख्य अतिथि बतौर संबोधित करते हुये कही।
कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रदेश के उद्यानिकी एवं खाद प्रसंस्करण
राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री भारत सिंह कुशवाह ने की। विशिष्ट अतिथि
के रूप में प्रदेश सरकार के किसान कल्याण एवं कृषि विकास राज्यमंत्री श्री
गिर्राज डण्डोतिया, पूर्व मंत्री श्री रूस्तम सिंह, श्री मुंशी लाल, भाजपा
जिलाध्यक्ष श्री योगेश पाल गुप्ता, पूर्व विधायक श्री शिवमंगल सिंह तोमर,
श्री रघुराज सिंह कंषाना, चंबल संभाग के कमिश्नर श्री आरके मिश्रा,
मध्यप्रदेश एग्रो के प्रबंध संचालक श्री श्रीकान्त भनौट, कलेक्टर श्री
अनुराग वर्मा, पुलिस अधीक्षक श्री अनुराग सुजानिया, वरिष्ठ नेता श्री हमीर
सिंह पटेल, श्री केदार सिंह सहित बड़ी संख्या में जिले के किसान उपस्थित थे।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुये केन्द्रीय मंत्री श्री नरेन्द्र
सिंह तोमर ने कहा कि आज जो शिलान्यास होने जा रहा है, वह किसी भवन का
शिलान्यास नहीं है, बल्कि इंडो इजराइल एग्रीकल्चर प्रोजेक्ट के तहत सेन्टर
ऑफ एक्सीलेन्स ऑर बेजीटेवल का शिलान्यास होने जा रहा है। इस बागवानी
उत्कृष्टता केन्द्र का निर्माण पूर्ण होने पर मुरैना सहित चंबल में कृषि के
क्षेत्र में क्रान्ति आ जायेगी। इस केन्द्र से प्रतिवर्ष 2 हजार कृषक
आधुनिक उद्यानिकी फसलों का प्रशिक्षण लेकर अपने आप में स्वावलंबी बनेंगे।
प्रशिक्षण लेकर केन्द्र सरकार की मंशा के अनुरूप अपनी फसलों का रकवा बढ़ा
सकेंगे। रकवा बढ़ेगा तो उत्पादन में भी इजाफा होगा। इससे किसान की फसलों में
2 गुना मुनाफा होकर वह अपने आर्थिक एवं सामाजिक उत्थान कर सकेगा। किसान
उत्कृष्टता केन्द्र से प्रशिक्षण लेकर परंपरागत खेती नहीं करेगा। इस
एकीक्रत बागवानी विकास मिशन के माध्यम से देश की जे.डी.पी. में अभूतपूर्व
वृद्धि होगी। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी 2014 से
लगातार किसानों के कल्याण के लिये प्रयास कर रहे है। उन्होंने कहा कि
किसानों की फसलों से आमदनी का धंधा तभी बन सकेगा, जब परंपरागत खेती को
छोड़कर किसान आधुनिक तकनीकी को अपनाकर विभिन्न आयामों से जुड़ें, ताकि किसान
आमदनी मुनाफे की श्रेणी में आ जाये। इसके लिये केन्द्र सरकार के साथ प्रदेश
सरकारों को आगे कदम बढ़ाने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि पहले समर्थन
मूल्य लमसम तय होता था, लेकिन अब केन्द्र सरकार पहले किसानों द्वारा लगाई
लागत को पूछेगी, जितनी किसानों ने लागत लगाई है उसमें 50 प्रतिशत लाभ जोड़कर
अब समर्थन मूल्य घोषित किया जायेगा।
प्रधानमंत्री सम्मान निधि पर
चर्चा करते हुये केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि इस योजना में किसानों को एक
वर्ष में 3 किश्तों में 6 हजार रूपये दिये जाते थे।
उन्होंने
प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान को धन्यवाद देते हुये कहा कि
वे भी 2-2 हजार रूपये दो-दो किश्तों में देंगे।
इस तरह अब
किसानों की यह निधि 10 हजार रूपये तक पहुंच जायेगी। उन्होंने कहा कि इस
योजना में केन्द्र सरकार 75 हजार करोड़ रूपये किसानों के खातों में डाल रही
है। उन्होंने कहा कि बड़े परिवारों में बटवारे हो जाने से छोटे-छोटे भागों
में खेत हो गये है। प्रधानमंत्री ने इन छोटे-छोटे मझोले किसानों के लिये
कृषि उत्पादन बढ़ाने के लिये एफ.पी.ओ. बनाया है। इस एफ.पी.ओ. में छोटे-छोटे
किसान न ट्रेक्टर ले सकते है और न अन्य कृषि उपकरण इसके लिये उन्होंने
किसानों को सलाह दी है कि वे 5-5 बीघा के 100-100 किसान मिलकर एफ.पी.ओ. की
योजना में लाभ लेंगे तो उन्हें उन्नत कृषि उपकरण के साथ-साथ थोक में खाद
बीज के दामों में रियायत मिल जायेगी और इस योजना का लाभ भी उठा सकेंगे।
उन्होंने कहा कि एफ.पी.ओ. के माध्यम से उद्यानिकी फसलों में कम लागत आयेगी
और उत्पादन भी बढ़ेगा। उन्होंने कहा कि कृषि अद्यौसंरचना पर केन्द्र सरकार
ने एक लाख करोड़ का प्रावधान किया है। इसमें 20 हजार करोड़ मछली पालन को
बढ़ावा देने, 15 हजार करोड़ पशुपालन, 4 हजार करोड़ हर्वल फसलों, 5 हजार करोड़
मधुमक्खी पालन और 10 हजार करोड़ छोटे-छोटे प्रोसेसिंग मशीनों के लगाने पर
खर्च होंगे। उन्होंने कहा कि साढ़े 17 हजार करोड़ प्रधानमंत्री किसान योजना
में और 1 हजार 128 करोड़ रूपये कॉपरेटिव के लिये जारी किये गये है। उन्होंने
कृषि सुधार के लिये आये अध्यादेश में किसानों को होने वाले फायदों को भी
गिनाया।
उन्होंने प्रदेश सरकार के मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह
चौहान और उद्यानिकी प्रसंस्करण राज्यमंत्री श्री भारत सिंह कुशवाह को इस
बात के लिये धन्यवाद दिया कि उन्होंने पशुओं से फसलों को बचाने के लिये
खेतों के चारों ओर तार फैसिंग लगाने के लिये पायलेट प्रोजेक्ट के रूप में
इस योजना को लिया है। इस योजना में 20 विकासखण्डों को शामिल किया गया है।
केन्द्रीय मंत्री श्री नरेन्द्र सिंह तोमर ने कहा कि इंडो इजराइल के सहयोग
से नूरावाद में बनाये जा रहे सेन्टर ऑफ एक्सीलेन्स फॉर बेजीटेबल चंबल
क्षेत्र के इतिहास में मील का पत्थर साबित होगा।
कार्यक्रम की
अध्यक्ष करते हुये प्रदेश के उद्यानिकी प्रसंस्करण राज्यमंत्री स्वतंत्र
प्रभार श्री भारत सिंह कुशवाह ने कहा कि बागवानी विकास मिशन के अन्तर्गत
सब्जियों के लिये उत्कृष्टता केन्द्र प्रदेश में स्थापित होने वाला मुरैना
में पहला केन्द्र होगा। इस केन्द्र से प्रतिवर्ष 2 हजार किसान प्रशिक्षण
लेकर आधुनिक उन्नत तकनीकी फसलों से जुड़कर अपने जीवन को आर्थिक उन्नति की ओर
अग्रेषित करेगा। उन्होेंने कहा कि इस केन्द्र से ऐसा प्रशिक्षण दिया
जायेगा कि किसान वर्षभर में 3 फसलें और 1 फसल की कमाई का उपयोग दो फसलों
में करेगा। दोनों फसलों में मुनाफा कमायेंगा। उन्होंने कहा कि इस केन्द्र
के माध्यम से खेती की जुताई से लेकर कृषि उत्पादन और उत्पादन के बाद
प्रसंस्करण कैसे हो, कि सीख दी जायेगी। उन्होंने कहा कि आत्मनिर्भर भारत
बनाने के लिये यह उद्यानिकी उत्कृष्टता केन्द्र किसानों के जीवन में बदलाव
लायेगा।
प्रदेश के किसान कल्याण और कृषि विकास राज्यमंत्री श्री
गिर्राज डण्डोतिया ने कहा कि यह खुशी को मौका है कि चंबल अंचल के मुरैना
जिले के शासकीय प्रक्षेत्र नूरावाद में इजराइल के सहयोग से बागवानी
उत्कृष्टता केन्द्र का शिलान्यास हो रहा है। इस केन्द्र के बन जाने से इस
अंचल के लोग इजराइल पैर्टन पर आधुनिक खेती करके अपने आप में उन्नत होंगे।
खेती लाभ का धंधा बनें। किसान अपने उत्पादन से दो गुना मुनाफा कमायें। यह
सीख इस उद्यानिकी उत्कृष्टता केन्द्र से मिलेगी।
कार्यक्रम के
प्रारंभ में एमपी एग्रो के प्रबंध संचालक श्री श्रीकान्त भनौट ने बताया कि
उद्यानिकी उत्कृष्टता केन्द्र स्थापना के सिविल वर्क अन्तर्गत सेन्टर आफ
एक्सीलेन्स शासकीय प्रक्षेत्र नूराबाद जिला मुरैना में सिविल स्ट्रक्चर के
अन्तर्गत प्रशासनिक भवन, स्टाफ क्वाटरर्स, प्रयोगशाला, हॉस्टल, कॉन्फ्रेस
रूम, आडिटोरियम, स्मार्ट क्लासरूम 5 करोड़ रूपये की लागत के निर्माण हेतु
लोक निर्माण विभाग (पी.आई.यू.) द्वारा किया जायेगा।
संरक्षित
खेती अन्तर्गत सेन्टर ऑफ एक्सीलेन्स शासकीय प्रक्षेत्र नूराबाद जिला मुरैना
में एक फेन एण्ड पैड ग्रीनहाउस कूलिंग सिस्टम, 2 नेचुरली वेन्टीलेटेड
ग्रीनहाउस, 2 इन्सेक्ट प्रूफ नेटहाउस, 2 वाक इन टनल, उन्नत फर्टिगेशन आटो
वाटर फर्टिमिक्स, आटो सेन्ड फिल्टर एण्ड एसेसरीज, इरीगेशन एण्ड फर्टिगेशन
सिस्टम एण्ड कम्पोनेन्टस् सेन्ड एण्ड फ्लसिंग फिल्टर, वेदर स्टेशन,
माइक्रोइरीगेशन सिस्टम, ड्रिप इरीगेशन फिटिंग एण्ड एसेसरीज, वाटर टैंक
आर.सी.सी., वाटर फिल्टर निर्माण किया जायेगा। इस मिशन के संचालक, राज्य
उद्यानिकी मिशन भोपाल ने प्रबंध संचालक, म.प्र. राज्य कृषि उद्योग विकास
निगम पंचानन भवन भोपाल को ऐजेन्सी नियुक्त किया गया है।
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