हिन्दू नव वर्ष पर हुआ पुस्तक का विमोचन
हिन्दू नव वर्ष पर हुआ पुस्तक का विमोचन
संजय गुप्ता(मांडिल) मुरैना ब्यूरो चीफ मुरैना, 7 अप्रैल। शहर में चल रहे सोमयज्ञ के अर्न्तगत हिन्दू नव वर्ष में पुस्तक का विमोचन भारत भक्ति संस्थान मुबंई के संस्थापक बाबा सत्यनारायण मौर्य द्वारा किया गया। इस अवसर पर उन्होनें कहा कि हम अपनी विरासत को खोते जा रहे है आज किसी बालक या व्यक्ति से पूछो कि आज क्या तारीख है वह तुरंत बता देगा। किंतु आज क्या तिथि है वह नहीं बता पाएगा। जबकि भारतीय कलेण्डर प्रमाणिक है। हम बता सकते है कि 10, 20, या 100 वर्ष बाद चन्द्र ग्रहण पूर्णिमा को ही पड़ेगा तथा सूर्य ग्रहण हमेशा अमावस्या को ही पड़ेगा। लेकिन सूर्य ग्रहण और चन्द्र ग्रहण की अंग्रेजी तारीख एक निश्चित नहीं हो सकती है। उन्होनें कहा की भारतीय संस्कृति में बिंदी लगाना शंख बजाना, झालर बजाना सब के पीछे कारण है। बिंदी लगाने के पीछे कारण यह है कि वह हमारा आज्ञा चक्र है। बाबा ने नदियों के चल प्रदूषण पर बोलते हुए कहा कि प्राचीन समय में भगवान श्री कृष्ण ने जमुना को प्रदूषित करने वाले कालिया को भगाया था। आज फिर गंदगी के रुप में हम गंगा एवं जमुना तथा चम्बल नदी को प्रदूषित करने में लगे हुए है।
संजय गुप्ता(मांडिल) मुरैना ब्यूरो चीफ मुरैना, 7 अप्रैल। शहर में चल रहे सोमयज्ञ के अर्न्तगत हिन्दू नव वर्ष में पुस्तक का विमोचन भारत भक्ति संस्थान मुबंई के संस्थापक बाबा सत्यनारायण मौर्य द्वारा किया गया। इस अवसर पर उन्होनें कहा कि हम अपनी विरासत को खोते जा रहे है आज किसी बालक या व्यक्ति से पूछो कि आज क्या तारीख है वह तुरंत बता देगा। किंतु आज क्या तिथि है वह नहीं बता पाएगा। जबकि भारतीय कलेण्डर प्रमाणिक है। हम बता सकते है कि 10, 20, या 100 वर्ष बाद चन्द्र ग्रहण पूर्णिमा को ही पड़ेगा तथा सूर्य ग्रहण हमेशा अमावस्या को ही पड़ेगा। लेकिन सूर्य ग्रहण और चन्द्र ग्रहण की अंग्रेजी तारीख एक निश्चित नहीं हो सकती है। उन्होनें कहा की भारतीय संस्कृति में बिंदी लगाना शंख बजाना, झालर बजाना सब के पीछे कारण है। बिंदी लगाने के पीछे कारण यह है कि वह हमारा आज्ञा चक्र है। बाबा ने नदियों के चल प्रदूषण पर बोलते हुए कहा कि प्राचीन समय में भगवान श्री कृष्ण ने जमुना को प्रदूषित करने वाले कालिया को भगाया था। आज फिर गंदगी के रुप में हम गंगा एवं जमुना तथा चम्बल नदी को प्रदूषित करने में लगे हुए है।
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