अतिक्रमण की जंजीरों में जकड़ी शहर की सड़के

अतिक्रमण की जंजीरों में जकड़ी शहर की सड़के
व्यापारियों ने कर रखा है सड़क पर 10 फुट से अधिक का बेजा कब्जा
नोपार्किंग जोन में खड़े रहते है वाहन
आखें मूदें बैठा है प्रशासन, सड़कों पर है आला अधिकारियों का आना जाना
मुरैना, 5 सितम्बर। षहर की मुख्य सड़के इन दिनों अतिक्रमण की जंजीरों में जकड़ी हुई हैं। शहर में हर तरफ सड़के सिकुड़ी हुई दिखाई देती हैं। व्यापारी अपना सामान दुकानों से दस फुट बाहर रख देते हैं। जिससे सड़कों से निकलने वाली जनता और दोपहियां वाहन चालकों को भारी मषक्कत करनी पड़ती हैं। शहर में रिक्शा चालक और टैम्पों चालक कही भी खड़े हो जाते हैं। रही सही कसर लोग अपनी गाड़ियों को नोपार्किंग जोन में पार्क कर पूरी कर देते है। प्रषासन की उदासीनता के चलते अतिक्रमणकारियों के हौसले बुलंद होते जा रहे हैं।
षहर की मुख्य सड़कों को व्यापरियों, ठेलोंवाले, रिक्शा और टैम्पों चालकों ने अपने कब्जे में कर रखा है। आठ साल पहले मुरैना षहर संभाग मुख्यालय था तो सही, पर वह एक कस्बे के समान लगता था। तब तत्कालीन कलेक्टर राधेष्याम जुलानियां ने शहर को सुन्दर बनाने की पहल की। उन्होंने शहर की सड़कों को सबसे पहले प्राथमिकता देते हुए उसे अतिक्रमणकारियों से मुक्त कराया। इसके तहत सबसे पहले शहर की हृदय रेखा एम. एस. रोड पर स्थित अतिक्रमण को हटाकर चौड़ा करवाया। सड़क के बीच में डिवाइडर लगवाया और उसमें बीच - बीच में पौधे लगाये गए। इसके बाद पूर्व कलेक्टर जुलानियां द्वारा शहर को खूबसूरत बनाने का जो बीड़ा उठाया गया था। उसमें षहर के हृदय स्थल हनुमान चौराहे पर खड़े हुए ठेलों, और रिक्शों को हटवाया गया और व्यापारियों द्वारा किए गये अतिक्रमण को तोड़कर सड़क को चोड़ा किया गया। यह मुहिम शहर की सभी मुख्य सड़कों पर चली। सड़कों पर हो रहे अतिक्रमण को नगर पालिका द्वारा उठाया गया। लेकिन आज षहर की सड़कों के हालत इसके ठीक विपरीत है। आज षहर की मुख्य सडक एम. एस. रोड पर नेहरु पार्क के सामने चाट के ठेले लगाने वालों ने अतिक्रमण कर रखा है। वे अपने ठेलों को वेतरतीव ढंग से खड़ा कर देते है। उन्होने पार्क के मुख्य गेट को भी बंद कर रखा है। और उस स्थान को चाट मार्केट बना दिया है। वहीं उपभौक्ता और जिला चिकित्सालय के सामने वाहनों की लंबी कतारें दिखाई देती है। टैम्पों और रिक्षा चालक अस्पताल गेट के सामने सवारियों के लिए खड़े होते है। वहीं शहर के लोहिया बाजार, स्टेडियम के सामने, जेल रोड, स्टेशन रोड, गर्ल्स स्कूल रोड, गर्ल्स कॉलेज रोड, मिल एरिया रोड, नैनागढ रोड, वनखण्डी रोड, अम्बाह तिराहा रोड, महादेव नाका रोड, पंसारी बाजार, मारकण्डेश्वर बाजार सहित शहर की सभी मुख्य सड़कों पर अतिक्रमण ही दिखाई देता है। कुछ समय पहले पदस्थ मुरैना एसडीएम दौलतानी ने अतिक्रमण को हटाने की मुहिम छेड़ी, लेकिन वह भी राजनैतिक दबाब के चलते ठन्डी बस्ती में डाल दी। लगता है कि शहर में बढ़ रहे अतिक्रमण को हटाने में प्रशासन की कोई दिलचस्पी नहीं है। षहर की इन मुख्य सड़कों से मंत्री, ओर तमाम वरिष्ठ अधिकारियों का आना जाना है। लेकिन उनका भी इस और कोई ध्यान नहीं है। खास बात तो यह है कि मंत्री सहित तमाम आला अधिकारी कम्भकर्ण की नींद सो रहे है। क्योंकि वह आंखें बद कर इन सड़कों से गुजरते हैं।

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