षांतिपूर्ण तरीके से चुने गए छात्रसंघ पदाधिकारी

षांतिपूर्ण तरीके से चुने गए छात्रसंघ पदाधिकारी
गर्ल्स कालेज में मोनिका द्विवेदी, पीजी में ओमवीर षर्मा बने अध्यक्ष
एबीबीपी ने लहराया परचम, एनएसयूआई का पत्ता साफ
मुरैना, 31 अगस्त। महाविद्यालयों में छात्रसंघ चुनावों में चुने गए पदाधिकारियों की घोशणा कर दी गई है। चुनाव षांतिपूर्ण माहौल में सम्पंन हुए। हालांकि किसी भी प्रकार की घटना को रोकने के लिए पुलिस का व्यापक इंतजाम कॉलेजों में किया गया था। 29 अगस्त से षुरु हुई महाविद्यालय में छात्रसंघ पदाधिकारियों के चयन में इस बार खास बात तो यह रही कि किसी भी छात्र संगठन के उम्मीदवार का नाम सामने नहीं आया। छात्रसंघ पदाधिकारियों के चयन में सबसे पहले कक्षा प्रतिनिधी चुनें गए। इसके बाद षनिवार को पदाधिकारियों चुनाव के लिए प्रक्रिया षुरु की गई। इसमें उम्मीदवारों ने अपने अपने पद के लिए नामांकन फार्म भरें। फिर उम्मीदवारों को नाम वापिस लेने का सिलसिला चलने लगा। इसके बाद देर षाम को जिले के सभी कालेजों में पदाधिकारियों की सूचना कर दी गई। जिसमें पीजी कॉलेज मुरैना से ओमवीर षर्मा अध्यक्ष, हेमंत मावई उपाध्यक्ष, प्रषांत षर्मा सचिव, अमिता चौधरी सह - सचिव, के पद पर चुनें गए। गर्ल्स कॉलेज में चुनावों के नतीजों को देखने के लिए छात्राओं में काफी उत्सुकता दिखाई दी। कॉलेज में हुए चुनावों में मोनिका द्विवेदी अध्यक्ष, राखी मंगल उपाध्यक्ष, मेघा तौमर सचिव, पूजा सिकरवार सह - सचिव के नामों की घोशणा कॉलेज चुनाव समिति द्वारा की गई। लॉ कॉलेज मुरैना से कोमेन्द्र गुजर्र अध्यक्ष, हरेन्द्र राठौर उपाध्यक्ष, मोनाली षर्मा सचिव, प्रताप पलिया सह - सचिव, टीएसएस कॉलेज मुरैना से हशवर्ध्दन सिकरवार अध्यक्ष, रेन दौनेरिया उपाध्यक्ष, राकेष सिंह सचिव, निकिता राणा सह - सचिव, ऋशिगालव महाविद्यालय मुरैना से मोहिनी षर्मा अध्यक्ष, देवेन्द्र मोर्य उपाध्यक्ष, दीपक सिकरवार सचिव, दीपक सिंह सिकरवार सह - सचिव, पीएसयू कॉलेज मुरैना से बनवारी लोखरे अध्यक्ष, धर्मेन्द्र सिंह उपाध्यक्ष, पुश्पेन्द्र मावई सचिव, सोनम तौमर सह - सचिव, जिले के सभी कॉलेजों के छात्रसंघ पदाधिकारियों की घोशणा कर दी गई है। खास बात तो यह है कि छात्रसंघ चुनावों में में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिशद ने जिले में अपनी जीत का उत्सव मनाया है। और सभी कॉलेजों में आतिषबाजी के साथ मिठाईयां बाटी। वही एनएसयूआई के कार्यकर्ता कॉलेज के अंधिकाष कार्यकर्ता कॉलेजों से नदारत दिखाई दिए। जब इस संबध में एनएसयूआई के जिलाध्यक्ष वीरप्रताप सिंह सिरकवार से फोन पर संपर्क किया तो उनका मोबाइल बंद मिला। साथ ही संगठन के प्रदेष सचिव ने बिक्रमराज मुदगल से बात करना चाहा तो वे फोन पर ही नहीं आए। पुलिस प्रषासन ने भी जिले के सभी कॉलेजों में किसी भी घटना को रोकने के लिए व्यापक इंतजाम किए हुए थे। षहर में गर्ल्स कॉलेज, पीजी कॉलेज, टीएसएस कॉलेज सहित सभी कॉलेजों के आसपास चुनाव के नतीजे आने तक पुलिस मौजूद थी। जिले में छात्रसंघ पदाधिकारियों का चुनाव बिना किसी उपद्रव के संपन्न हो गए। विजयी घोशित होने के बाद सभी कॉलेजों के पदाधिकारियों ने एक जुलूस षहर की सड़कों से निकालें।
एनएसयूआई की खूली पोल
जिले के छात्रसंघ चुनावों में जिस तहर से एन. एस. यू. आई का सूफड़ा साफ दिखा। उससे तो लगता है कि उन्होंने चुनावों से पहले ही अपनी हार मान ली थी। वही एक और अखिल भारतीय विद्यार्थी परिशद ने छात्रसंघ चुनावों में सक्रियता दिखाते हुए जिले के सभी कालेजों में विजयी परचम लहरा दिया। एनएसयूआई की तो बत्ती ही गुल हो गई। जिले में वह कोई अपना प्रत्याषी ही नहीं उतार पाए। एनएसयूआई के आधा दर्जन युवा कार्यकर्ता संगठन के अध्यक्ष पद की दावेदारी में लगे है। लेकिन छात्रसंघ चुनावों में नदारत मिलें। यह अभी तक की जिले में एनएसयूआई की सबसे बड़ी हार है। हाल ही में संगठन में जान डालने के लिए प्रदेषाध्यक्षा रष्मि पंवार ने जिले का दौरा भी किया था। लेकिन आपसी फूट और गुटबाजी के चलते एनएसयूआई टांय - टांय फिस्स हो गई। यह सब संगठन के अध्यक्ष की अर्कमढंता को दर्षाता है। चुनाव को देखते हुए यह कांग्रेस पार्टी के लिए चिंता का विशय है।

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