भूण हत्या की बुराई को दूर करना नागरिक अपना कर्तव्य मानें- कलेक्टर
भूण हत्या की बुराई को दूर करना नागरिक अपना कर्तव्य मानें- कलेक्टर
मुरैना 2 फरवरी 2008 // कलेक्टर श्री आकाश त्रिपाठी ने कहा है कि लिंगानुपात की बढ़ती भयावहता को रोकने के लिए और तेज गंभीर प्रयास होना चाहिए । कन्या भ्रूण की गर्भ में कतरा- कतरा कर हत्या को दर्शाने वाली, अन्तर्रात्मा को झकझोरने वाली इस कृत्य के संबंध में तैयार की गई प्रयसा सामग्री को स्वयं सेवी संगठन गांव- गांव बतायें । श्री त्रिपाठी ने एनजीओ और जिम्मेदार नागरिकों से कहा कि इस बुराई को दूर करना अपना कर्तव्य मानें । सूरज या दीया बनने का प्रयास करें । पूरे मनोयोग से बालिका बचाने का काम होगा तो एक दिन तस्वीर जरूरी बदलेगी । कलेक्टर श्री आकाश त्रिपाठी स्वास्थ्य विभाग द्वारा प्रसवपूर्व निदान तकनीक अधिनियम के अन्तर्गत आयोजित कार्यशाला को सम्बोधित कर रहे थे । कार्यशाला में कन्या भ्रूण हत्या रोकने के प्रभावी प्रयासों पर बल दिया गया ।
इस अवसर पर मुख्य अतिथि श्री नागेन्द्र तिवारी, विशिष्ठ अतिथि श्री अशोक सिंकरवार, जिला पंचायत स्वास्थ्य समिति , श्रीमती सुमन कुशवाह, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डा. विकास दुबे, डा. ओ.पी.शुक्ला, बड़ी संख्या में नागरिक उपस्थित थे ।
सरस्वती पूजन के साथ प्रारंभ हुए इस कार्यक्रम में स्वागत भाषण एवं वर्तमान में मुरैना जिले की लिंगानुपात की स्थिति का परिचय डा. विकास दुबे ने प्रस्तुत किया साथ ही पृथक से पी.एन.डी.टी. समिति गठित किये जाने की चर्चा की। इस अवसर पर धरती संस्था के श्री देवेन्द्र भदौरिया ने कन्या भ्रूण हत्या की गर्भ में निर्मम हत्या को सी.डी. द्वारा दिखाकर सबके रोंगटे खड़े कर दिए । संजीवनी अम्बाह के डा. सुधीर आचार्य ने स्वयं सेवी संगठनों द्वारा बालिका बचाओं कार्यक्रमों मे बालिकाओं को जोड़ने के अनुभव बताएं ।
इस अवसर पर मुख्य अतिथि श्री नागेन्द्र तिवारी ने भी शासन की कन्या और महिलाओं के लिए जारी की गई योजनाओं को जन- जन तक पहुंचाने में स्वयं सेवी संगठनों से सहयोग करने की अपील की । श्री अशोक सिकरवार ने माताओं को जागरूक करने पर जोर देने को कहा । श्रीमती सुमन कुशवाह ने पुरूषों की मानसिकता में बदलाव लाने की बात कही ।
इस अवसर पर डा. डी के सोनी ने पी.एन.डी.टी. एक्ट की विस्तृत समीक्षा की । संचालन डा. नीरज पाठक ने किया ।
मुरैना 2 फरवरी 2008 // कलेक्टर श्री आकाश त्रिपाठी ने कहा है कि लिंगानुपात की बढ़ती भयावहता को रोकने के लिए और तेज गंभीर प्रयास होना चाहिए । कन्या भ्रूण की गर्भ में कतरा- कतरा कर हत्या को दर्शाने वाली, अन्तर्रात्मा को झकझोरने वाली इस कृत्य के संबंध में तैयार की गई प्रयसा सामग्री को स्वयं सेवी संगठन गांव- गांव बतायें । श्री त्रिपाठी ने एनजीओ और जिम्मेदार नागरिकों से कहा कि इस बुराई को दूर करना अपना कर्तव्य मानें । सूरज या दीया बनने का प्रयास करें । पूरे मनोयोग से बालिका बचाने का काम होगा तो एक दिन तस्वीर जरूरी बदलेगी । कलेक्टर श्री आकाश त्रिपाठी स्वास्थ्य विभाग द्वारा प्रसवपूर्व निदान तकनीक अधिनियम के अन्तर्गत आयोजित कार्यशाला को सम्बोधित कर रहे थे । कार्यशाला में कन्या भ्रूण हत्या रोकने के प्रभावी प्रयासों पर बल दिया गया ।
इस अवसर पर मुख्य अतिथि श्री नागेन्द्र तिवारी, विशिष्ठ अतिथि श्री अशोक सिंकरवार, जिला पंचायत स्वास्थ्य समिति , श्रीमती सुमन कुशवाह, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डा. विकास दुबे, डा. ओ.पी.शुक्ला, बड़ी संख्या में नागरिक उपस्थित थे ।
सरस्वती पूजन के साथ प्रारंभ हुए इस कार्यक्रम में स्वागत भाषण एवं वर्तमान में मुरैना जिले की लिंगानुपात की स्थिति का परिचय डा. विकास दुबे ने प्रस्तुत किया साथ ही पृथक से पी.एन.डी.टी. समिति गठित किये जाने की चर्चा की। इस अवसर पर धरती संस्था के श्री देवेन्द्र भदौरिया ने कन्या भ्रूण हत्या की गर्भ में निर्मम हत्या को सी.डी. द्वारा दिखाकर सबके रोंगटे खड़े कर दिए । संजीवनी अम्बाह के डा. सुधीर आचार्य ने स्वयं सेवी संगठनों द्वारा बालिका बचाओं कार्यक्रमों मे बालिकाओं को जोड़ने के अनुभव बताएं ।
इस अवसर पर मुख्य अतिथि श्री नागेन्द्र तिवारी ने भी शासन की कन्या और महिलाओं के लिए जारी की गई योजनाओं को जन- जन तक पहुंचाने में स्वयं सेवी संगठनों से सहयोग करने की अपील की । श्री अशोक सिकरवार ने माताओं को जागरूक करने पर जोर देने को कहा । श्रीमती सुमन कुशवाह ने पुरूषों की मानसिकता में बदलाव लाने की बात कही ।
इस अवसर पर डा. डी के सोनी ने पी.एन.डी.टी. एक्ट की विस्तृत समीक्षा की । संचालन डा. नीरज पाठक ने किया ।
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