मेंहमान चोर उड़ा रहे हैं पुलिस की नींद और लोगों कीं गाड़ियां
मेंहमान चोर उड़ा रहे हैं पुलिस की नींद और लोगों कीं गाड़ियां
एक पखवाड़े के भीतर कोतवाली और देहात थाना क्षेत्र से एक दर्जन मोटर साइकिलें चोरी
मुरैना, 15 दिसम्बर। कोतवली और देहात थाना क्षेत्र में बाहर के मेंहमान चोरों ने आमद दर्ज करा दी है। एक पखवाड़े में मोटर साइकिल चोरी कीं लगभग एक दर्जन वारदातों ने पुलिस की नींद उड़ा दी है और लोग घरों से अपने-अपने वाहन लेकर निकलनें में डरने लगे हैं। चोरी की ताबड़तोड़ वारदातों ने पुलिस की कार्य प्रणाली,र् कत्तव्यनिष्ठा और जिम्मेदारी पर भी सवालिया निशान लगा दिया है।
घटनाक्रम से जुड़े तथ्यों के मुताविक देहात थाना क्षेत्र के अन्तर्गत न्यू हाउसिंग बोर्ड कालोनी से अज्ञात चोर मोटर साइकिल क्रमांक एमपी06-ए-7554 उड़ा ले गए। इधर राधिका पैलेस से हीरोहोण्डा मोटर साइकिल क्रमांक एमपी06-एच-3904 चोरों ने पार कर दी। यहीं से अज्ञात चोर फ्रीडम मोटर साइकिल क्रमांक एमपी 06-एचए -4815 उड़ा ले गए। दो दिसम्बर को भी इसी क्षेत्र से वाहन चोर एक गाड़ी और उड़ा ले गए। इसी तारीक में आरोपीगण टीवीएस विक्टर मोटर साइकिल क्रमांक एमपी 06-एचबी-4072 को चुरा ले गए। अपने व्यवसाय में इजाफा करते हुए चोरों ने इन वाहनों के अलावा एक सीटी-100 मोटर साइकिल, एक एमपी 06-एचए-5807, हीरोहोण्डा एमपी 06-एच-2975, टीवीएस विक्टर मोटर साइकिल क्रमांक एमपी 06-एचबी-3540 वेयर हाउस की बगल से उड़ा ले गए। कोतवाली और देहात थाना क्षेत्र में मोटर साइकिल चोरी की ताबड़तोड़ वारदातों ने पुलिस की नींद खराब कर दी है। शहर के लोग अब अपने वाहन घर से लेकर चलने में डरने लगे हैं। इस मामले में पुलिस की कार्रवाई न के बराबर ही चल रही है। नगर पुलिस अधीक्षक अमृत मीणा के द्वारा भी ऐसी कोई प्रभावी कार्रवाई नहीं की जा रही है जिससे वाहन चोरी की वारदातों पर अंकुश लगता। यहां बताना जरूरी होगा कि श्री मीणा के नेतृत्व में कोतवाली थाना प्रभारी प्रवीण अष्ठाना के द्वारा जो वाहन चोर पकड़े गए थे वे भी तुरुप का पत्ता साबित नहीं हुए। हालात ऐसे हैं कि पुलिस की लचर व्यवस्थाओं के चलते वाहन चोर मजे कर रहे हैं और वाहन मालिक पुलिस को कोस रहे हैं। देहात थाना पुलिस भी वाहन चोरों को गिरफ्तार करने में अभी तक कोई खास उपलब्धि अर्जित नहीं कर सकी है। कहना गलत न होगा कि इस मामले में देहात थाना पुलिस की असंवेदनशीलता स्थानीय नागरिकों के लिए परेशानी का कारण बन गई है। क्योंकि अधिकांश वाहन चोर देहात थाना क्षेत्र में ही निवास करते हैं। इसके अलावा वर्तमान में जो चोर कम्पनी सक्रिय है वह बाहरी है और स्थानीय बदमाशों की मदद से ऐसी घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं। जरूरी होगा कि पुलिस अधिकारी इस समस्या पर गंभीरता से गौर करें तथा वाहन चोरी की वारदातों पर अंकुश लगाएं।
एक पखवाड़े के भीतर कोतवाली और देहात थाना क्षेत्र से एक दर्जन मोटर साइकिलें चोरी
मुरैना, 15 दिसम्बर। कोतवली और देहात थाना क्षेत्र में बाहर के मेंहमान चोरों ने आमद दर्ज करा दी है। एक पखवाड़े में मोटर साइकिल चोरी कीं लगभग एक दर्जन वारदातों ने पुलिस की नींद उड़ा दी है और लोग घरों से अपने-अपने वाहन लेकर निकलनें में डरने लगे हैं। चोरी की ताबड़तोड़ वारदातों ने पुलिस की कार्य प्रणाली,र् कत्तव्यनिष्ठा और जिम्मेदारी पर भी सवालिया निशान लगा दिया है।
घटनाक्रम से जुड़े तथ्यों के मुताविक देहात थाना क्षेत्र के अन्तर्गत न्यू हाउसिंग बोर्ड कालोनी से अज्ञात चोर मोटर साइकिल क्रमांक एमपी06-ए-7554 उड़ा ले गए। इधर राधिका पैलेस से हीरोहोण्डा मोटर साइकिल क्रमांक एमपी06-एच-3904 चोरों ने पार कर दी। यहीं से अज्ञात चोर फ्रीडम मोटर साइकिल क्रमांक एमपी 06-एचए -4815 उड़ा ले गए। दो दिसम्बर को भी इसी क्षेत्र से वाहन चोर एक गाड़ी और उड़ा ले गए। इसी तारीक में आरोपीगण टीवीएस विक्टर मोटर साइकिल क्रमांक एमपी 06-एचबी-4072 को चुरा ले गए। अपने व्यवसाय में इजाफा करते हुए चोरों ने इन वाहनों के अलावा एक सीटी-100 मोटर साइकिल, एक एमपी 06-एचए-5807, हीरोहोण्डा एमपी 06-एच-2975, टीवीएस विक्टर मोटर साइकिल क्रमांक एमपी 06-एचबी-3540 वेयर हाउस की बगल से उड़ा ले गए। कोतवाली और देहात थाना क्षेत्र में मोटर साइकिल चोरी की ताबड़तोड़ वारदातों ने पुलिस की नींद खराब कर दी है। शहर के लोग अब अपने वाहन घर से लेकर चलने में डरने लगे हैं। इस मामले में पुलिस की कार्रवाई न के बराबर ही चल रही है। नगर पुलिस अधीक्षक अमृत मीणा के द्वारा भी ऐसी कोई प्रभावी कार्रवाई नहीं की जा रही है जिससे वाहन चोरी की वारदातों पर अंकुश लगता। यहां बताना जरूरी होगा कि श्री मीणा के नेतृत्व में कोतवाली थाना प्रभारी प्रवीण अष्ठाना के द्वारा जो वाहन चोर पकड़े गए थे वे भी तुरुप का पत्ता साबित नहीं हुए। हालात ऐसे हैं कि पुलिस की लचर व्यवस्थाओं के चलते वाहन चोर मजे कर रहे हैं और वाहन मालिक पुलिस को कोस रहे हैं। देहात थाना पुलिस भी वाहन चोरों को गिरफ्तार करने में अभी तक कोई खास उपलब्धि अर्जित नहीं कर सकी है। कहना गलत न होगा कि इस मामले में देहात थाना पुलिस की असंवेदनशीलता स्थानीय नागरिकों के लिए परेशानी का कारण बन गई है। क्योंकि अधिकांश वाहन चोर देहात थाना क्षेत्र में ही निवास करते हैं। इसके अलावा वर्तमान में जो चोर कम्पनी सक्रिय है वह बाहरी है और स्थानीय बदमाशों की मदद से ऐसी घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं। जरूरी होगा कि पुलिस अधिकारी इस समस्या पर गंभीरता से गौर करें तथा वाहन चोरी की वारदातों पर अंकुश लगाएं।
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