स्वतंत्र, निष्पक्ष एवं पारदर्शी चुनाव के साथ-साथ सुरक्षित मतदान करायें - मुख्य चुनाव आयुक्त भारत निर्वाचन आयोग द्वारा किया गया ऑब्जर्वर ब्रीफिंग का आयोजन

 संजय गुप्‍ता मांडिल, ब्‍यूरो मुरैना/

भारत निर्वाचन आयोग द्वारा वीडियो कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से पुलिस मुख्यालय भोपाल में ऑब्जर्वर ब्रीफिंग सम्पन्न हुई। वीडियो कांन्फ्रेंसिंग में मुख्य चुनाव आयुक्त श्री सुनील अरोरा ने कहा कि प्रदेश में चुनाव स्वतंत्र, निष्पक्ष एवं पारदर्शिता के साथ सुरक्षित मतदान सम्पन्न करायें जायें। भारत निर्वाचन आयोग के प्रतिनिधि के रूप में ऑब्जर्वर का कार्य आयोग के दिशा-निर्देशों के पालन का सूक्ष्मता से दृष्टि रखना है तथा निर्वाचन से जुड़ी अहम् जानकारियाँ समय-समय पर आयोग के संज्ञान में लाना है। ऑब्जर्वर्स ब्रीफिंग में भोपाल से 39 अधिकारियों ने पुलिस मुख्यालय के कान्फ्रेंस कक्ष से, ग्वालियर और इंदौर से 3-3 तथा मुरैना और रीवा से एक-एक अधिकारी ने आब्जर्वर के रूप में स्थानीय एनआईसी के वीडियो कान्फ्रेंसिंग कक्ष से भाग लिया। प्रदेश की मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी श्रीमती वीरा राणा द्वारा ब्रीफिंग के लिये आवश्यक व्यवस्थाएं कराई गईं।
   ब्रीफिंग में बताया गया कि ऑब्जर्वर्स को जिले में पहुँचने पर तत्काल अपने मोबाईल नम्बर की जानकारी समाचार-पत्रों में प्रकाशित कराना होगी। उन्हें मतदान केन्द्रों की व्यवस्था का निरीक्षण करना होगा तथा भारत निर्वाचन आयोग के दिशा-निर्देशों का जिला प्रशासन द्वारा पालन सुनिश्चित कराना होगा।   
   मतदाताओं को सुरक्षित रूप से मतदान करने की दृष्टि से आयोग द्वारा ग्लव्स, मास्क एवं सेनेटाइजर की मतदान केन्द्रों पर व्यवस्था के संबंध में भी ऑब्जर्वर्स को जानकारी दी गई। पोस्टल बैलेट के संबंध में 80 वर्ष से अधिक के वरिष्ठ नागरिकों, दिव्यांग मतदाताओं एवं कोविड-19 के मरीजों तथा इसके संदिग्ध मरीजों के संबंध में पोस्टल बैलेट का उपयोग किये जाने की प्रक्रिया की जानकारी दी गई। विभिन्न राज्यों में पूर्व चुनावों में जब्त की गई नगदी के बारे में ऑब्जर्वर्स को अवगत कराया गया। ऑब्जर्वर्स को राजनैतिक दलों एवं नागरिकों से प्राप्त शिकायतों पर विशेष ध्यान देने के लिये कहा गया। कोविड-19 की गाईडलाइन एवं आदर्श आचरण संहिता का पालन सुनिश्चित कराने के संबंध में भी सचेत रहने को कहा गया।  
    ऑब्जर्वर्स के लिये नियुक्त मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय के नोडल अधिकारी श्री प्रमोद शुक्ला ने बताया कि ब्रीफिंग में प्रदेश से 35 आईएएस, 5 आईपीएस और 7 आईआरएस अधिकारियों ने भाग लिया।

सी-विजिल एप
ब्रीफ्रिंग में आयोग द्वारा सी-विजिल एप पर जोर दिया गया जिसके माध्यम से कोई भी नागरिक निर्वाचन आचार संहिता के उल्लंघन के संबंध में फोटो खींच कर सी-विजिल एप पर अपलोड कर सकता है। आयोग द्वारा बताया गया कि दिल्ली विधानसभा चुनाव में सीविजिल एप पर नागरिकों द्वारा भेजी गई 80 प्रतिशत शिकायतें सत्य पाई गयी थी।

 

टिप्पणियाँ

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

राज्य सुरक्षा समिति की बैठक सम्पन्न

11वीं योजना के दौरान 78,000 मेगावाट की अतिरिक्त क्षमता जोड़ने का प्रस्ताव

आज विद्युत बंद रहेगी