आधा सैकड़ा आदिवासी पहुंचे कलेक्ट्रेट

आधा सैकड़ा आदिवासी पहुंचे कलेक्ट्रेट
पूरा खाद्यान्न देने की लगाई अधिकारियों से गुहार
संजय गुप्‍ता(मांडिल) मुरैना ब्‍यूरो चीफ
मुरैना, 4 जुलाई। सबलगढ़ तहसील के करीब आधा दर्जन गांव के आदिवासी आज कलेक्ट्रेट आए और उन्होनें अधिकारियों से मिलकर उनसे अंन्त्योदय योजना के अंतर्गत मिलने वाले खाद्यान्न का पूरा कोटा दिलाने की मांग की। आदिवासियों का कहना था कि उन्हें निर्धारित खाद्यान्न से काफी कम मात्रा में दिया जाता है। जिस वजह से उनके सामने रोजी रोटी का संकट खड़ा हो गया है।
सबलगढ़ तहसील के बघेरी, सिंघारदे, बेड़खेड़ा, मौझन, खेड़ा आदि गांवों के करीब आधा सैकड़ा आदिवासी जिनमें महिलाएं भी शामिल थी आज दौपहर कलेक्ट्रेट आए। आदिवासियों का कहना था कि वर्षा का मौसम होने की वजह से इस समय उनका कोई काम धंधा नहीं चल रहा है। जिस वजह से उनके सामने भूखों मरने की स्थिति पैदा हो गई है। ऊपर से अंन्त्योदय योजना के तहत मिलने वाला खाद्यान्न भी पूरा नहीं दिया जा रहा। आदिवासी महिला भूरी बाई ने बताया कि नियमानुसार उन्हें 35 किलों गेहूं हर माह मिलना चाहिए, लेकिन उन्हें सिर्फ 15 किलो गेंहू ही प्रदान किया जाता है। इसके अलावा कैरोसिन एवं शक्कर भी पूरा नहीं दिया जाता। जिस वजह से उसके परिवार का भरण पोशण नहीं हो पा रहा है। मजबूरन आज उन्हें यहां आकर अधिकारियों से गुहार लगानी पड़ी है। यही कहना था शिववचरन, हाकिम, देवकी बाई, बलिराम, लोहरे, आदि का। ये सभी आदिवासी अपने साथ अन्त्योंदय योजना का कार्ड भी लेकर आए थे। सभी ने अधिकारियों से मिलकर उनसे खाद्यान्न का पूरा कोटा दिलाए जाने की मांग की है। बताया जाता है कि अधिकारियों ने आदिवासियों को आश्‍वस्त किया है कि उन्हें अगले माह से पूरा खाद्यान्न दिया जाएगा।

टिप्पणियाँ

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

11वीं योजना के दौरान 78,000 मेगावाट की अतिरिक्त क्षमता जोड़ने का प्रस्ताव

आज विद्युत बंद रहेगी

संजय दत्त यदि अभिनेता के बजाए नेता होते